MP News : छिंदवाड़ा जिले के हर्रई ब्लॉक स्थित सालढ़ाना गांव के उपसरपंच उरदलाल यादव ने अपनी मर्जी से एक आदिवासी युवती, पंचवती उईके से कोर्ट मैरिज की। लेकिन यह फैसला इलाके की परंपरागत सोच रखने वाली पंचायतों को नागवार गुजरा। नतीजा ये हुआ कि दस गांवों के सरपंचों ने मिलकर एक पंचायत बुलाई और उपसरपंच पर 1.30 लाख का जुर्माना ठोक दिया। चेतावनी भी दी की यदि रकम नहीं दी गई तो समाज से बहिष्कृत कर दिया जाएगा
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पंचायत 'न्यायालय', प्रेम 'अपराध'
सितंबर 2024 में सालढाना और आसपास के 10 गांवों के सरपंच एकजुट हुए। उन्होंने अपनी 'अदालत' लगाई और एक 'अपराध' तय किया। एक गैर-आदिवासी युवक द्वारा आदिवासी महिला से विवाह। तुरंत ही सजा सुना दी और भारी जुर्माना और सामाजिक बहिष्कार की धमकी।
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साल गुजऱ गया, जख्म अब भी हरे हैं
शादी को एक साल हो चुका है, मगर पंचायत का 'न्याय' अभी भी पीछा नहीं छोड़ रहा। जब उपसरपंच ने अब तक जुर्माना नहीं चुकाया, तो पंचायत की ओर से बिरजू पिता जहरलाल जनसुनवाई में पहुंच गए और बोले हमारा जुर्माना दिलवाइए! अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को भांपते हुए जांच के आदेश दिए हैं। सूत्रों के अनुसार, यदि पंचायत का यह फैसला गैरकानूनी पाया गया, तो सरपंचों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है।
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जुर्माने की राशि वसूल नहीं की जा
सरपंच के पति सुरेंद्र ने कहा 10 गांवों की संयुक्त पंचायत ने यह निर्णय सर्वसम्मति से लिया था, लेकिन अब तक जुर्माने की राशि वसूल नहीं की जा सकी है। वहीं, उपसरपंच उरदलाल (पिता हंसराज) ने कहा कि उन्होंने एक आदिवासी महिला से आपसी सहमति से विवाह किया है और वर्तमान में वे आर्थिक रूप से जुर्माना चुकाने में सक्षम नहीं हैं।"