/sootr/media/media_files/2025/08/02/afghan-national-fake-passport-jabalpur-ats-arrest-gang-2025-08-02-09-04-31.jpg)
मध्य प्रदेश एटीएस की जबलपुर इकाई ने एक चौंकाने वाला मामला उजागर किया है, जिसमें अफगानिस्तान का एक नागरिक लगभग 10 वर्षों से फर्जी पहचान के साथ भारत में रह रहा था। न केवल वह खुद को भारतीय नागरिक साबित कर चुका था, बल्कि अपने विदेशी साथियों के लिए भी दस्तावेज़ बनवाकर भारतीय पासपोर्ट दिलवा रहा था। एटीएस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि जबलपुर में कुछ विदेशी युवक अवैध रूप से रह रहे हैं। जांच में जबलपुर के छोटी ओमती क्षेत्र से एक अफगानी नागरिक सोहबत खान पिता बदरुद्दीन खान को गिरफ़्तार किया गया।
खबर यह भी...जब फ्लाइट्स नहीं बढ़ा सकते तो बंद कर दो जबलपुर एयरपोर्ट और एयरलाइंस : HC
भारतीय पासपोर्ट बनवाकर कर ली शादी
पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि सोहबत खान भारत में पिछले 10 वर्षों से अवैध रूप से रह रहा था और उसने स्थानीय महिला से शादी भी कर ली थी। 2015 में उसने भारत का ड्राइविंग लाइसेंस बनवाया और फिर 2020 में भारतीय पासपोर्ट भी प्राप्त कर लिया। इतना ही नहीं, उसने पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ में रह रहे अफगानी नागरिकों के लिए भी जबलपुर के फर्जी पते से दस्तावेज़ तैयार करवाए और पैसे लेकर उनके पासपोर्ट बनवाए। एटीएस के अनुसार अब तक ऐसे 20 अफगानी नागरिकों की पहचान हुई है जिनके लिए पासपोर्ट जबलपुर के पते से बनवाने की कोशिश की गई थी।
आधार कार्ड से लेकर पोस्ट ऑफिस तक फैला नेटवर्क
जांच में यह भी सामने आया कि पासपोर्ट बनवाने से ठीक पहले इन अफगानी नागरिकों के आधार कार्ड में ऑनलाइन पता बदलकर जबलपुर का फर्जी पता अपडेट किया गया। इसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस वेरिफिकेशन और पोस्ट ऑफिस से पासपोर्ट की डिलीवरी करवाई गई। इन दस्तावेजों को वैध बनवाने के लिए आरोपियों ने मोटी रकम दी। अब तक 10 लाख रुपये से ज़्यादा के लेनदेन की जानकारी एटीएस को मिली है।
गिरफ्तार किए गए स्थानीय सहयोगीएटीएस ने सोहबत खान के साथ-साथ दो अन्य स्थानीय लोगों को भी गिरफ़्तार किया है: 1. दिनेश गर्ग, पिता श्रवण कुमार गर्ग, निवासी विजय नगर, उम्र 40 वर्ष – वर्तमान में वन विभाग में वनरक्षक पद पर पदस्थ और पिछले दो वर्षों से कलेक्टर कार्यालय के चुनाव सेल में पदस्थ था। 2. महेंद्र कुमार सुखदन, पिता माधव प्रसाद सुखदन, निवासी कटंगा (APN स्कूल के पास), उम्र 45 वर्ष। इन दोनों आरोपियों पर दस्तावेज़ तैयार करवाने, पते सत्यापित करवाने और सरकारी कागजी प्रक्रियाओं में मदद करने का आरोप है। |
|
बड़ी साजिश की कड़ियां तलाश रही ATS
सोहबत खान से पूछताछ जारी है और एटीएस को उम्मीद है कि इस गिरोह से जुड़े अन्य अफगानी नागरिकों और भारतीय सहयोगियों की भी जल्द गिरफ्तारी होगी। खासकर पुलिस वेरिफिकेशन कराने वाले कर्मचारियों, डाक विभाग के अधिकारियों, और जाली दस्तावेज़ बनाने वाले एजेंटों की तलाश की जा रही है।
खबर यह भी...महिला एसपी की आवाज में ठगी करने वाला जबलपुर का 9वीं पास ठग गिरफ्तार
पहले भी पकड़ा गया है नेपाली नागरिक
जबलपुर में रहकर पासपोर्ट बनवाने और फर्जी भारतीय नागरिक बनने का या पहला मामला नहीं है अभी कुछ दिनों पहले ही नेपाल का एक युवक दिल्ली एयरपोर्ट में पकड़ा गया था जो लंबे समय से जबलपुर में रह रहा था और यहां पर रहकर ही उसने पासपोर्ट बनवाया था। इन मामलों ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर कैसे कोई विदेशी व्यक्ति एक दशक तक फर्जी पहचान के साथ भारत में रह सकता है, शादी कर सकता है और इतने बड़े स्तर पर पासपोर्ट बनवाने का गिरोह चला सकता है। अब आधार कार्ड से लेकर वोटर आईडी और पासपोर्ट में पुलिस वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पर भी सवाल खड़े हो गए है।
जांच जारी, जल्द और गिरफ्तारी संभव
यह मामला अब केवल फर्ज़ी पासपोर्ट और दस्तावेज़ का नहीं बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा और आपराधिक नेटवर्क से जुड़ता हुआ दिख रहा है। एटीएस अब इस पूरे नेटवर्क की जड़ों को खंगाल रही है। अफगानिस्तान से जुड़े होने के कारण केंद्रीय एजेंसियों की नज़र भी इस केस पर टिकी हुई है।
thesootr links
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- राजस्थान की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक
- जॉब्स और एजुकेशन की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
- निशुल्क वैवाहिक विज्ञापन और क्लासिफाइड देखने के लिए क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢
🔃🤝💬👩👦👨👩👧👧
Mp latest news | मध्य प्रदेश न्यूज | जलबपुर न्यूज | जबलपुर में अफगानी नागरिक गिरफ्तार