संजय गुप्ता, INDORE. एक छात्र के सुसाइड केस ( student suicide case ) में दो साल बाद पुलिस ने सेज यूनिवर्सिटी ( Sage University ) के डायरेक्टर अनिल पटवारी, सेज यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर नीरज डोंगरे, एनएसयूआई के प्रेसिडेंट ( NSUI President ) रवि चौधरी व एक अन्य के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में केस दर्ज किया है।
छात्र ने यू ट्यूब चैनल पर सुसाइड नोट डाला था
इंदौर की बेटमा पुलिस ने एक स्टूडेंट के सुसाइड के दो साल बाद एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने सेज यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर, एनएसयूआई की प्रेसिडेंट सहित कई लोगों को आरोपी बनाया है। स्टूडेंट ने अपने यू ट्यूब चैनल पर सुसाइड नोट डालकर जान दे दी थी।
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पुलिस ने बताया
बेटमा पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अरुण पटेल निवासी प्रभातम कॉलोनी ने दो साल पहले सुसाइड कर लिया था। वह सेज यूनवर्सिटी का स्टूडेंट था। मरने से पहले अरुण ने अपना सुसाइड नोट यूट्यूब पर अपलोड किया था। अरूण ने मई 2022 में सुसाइड किया था। पुलिस ने एक सुसाइड नोट जब्त किया था। इसमें अरुण ने अपने यू ट्यूब चैनल पर सेज यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर अनिल पटवारी. प्रोफेसर नीरज, छात्र रवि व अन्य पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे।
यूनविर्सिटी को बताया था प्रताड़ित किया ज रहा है, लेकिन नहीं सुनी
यूनिवर्सिटी में अरूण एमबीए कर रहा था। मृतक के पिता ने बताया कि अरुण के साथ नीरज और छात्रा वंदना सहित एनएसयूआई प्रेसीडेंसी ने मारपीट की थी। इस बात की शिकायत उसने प्रोफेसर नीरज सहित यूनिवर्सिटी की डायरेक्टर से भी किया था, लेकिन इसके बावजूद सभी ने अरुण को प्रताड़ित किया था। इससे आहत होकर उसने सुसाइड कर लिया था।
यह लोग कर रहे थे प्रताड़ित, मारते थे तमाचे
सेज यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर अनिल पटवारी, प्रोफेसर नीरज डोंगरे (HOD), स्टूडेन्ट वंदना, नीरज सांवले और एनएससूआई के प्रेसीडेंसी रवि चौधरी के द्वारा मारपीट कर मानसीक रूप से प्रताड़ित किए जाने के कारण आत्महत्या की थी। जांच के बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 506 आत्महया के लिए उकसाने के मामले में केस दर्ज किया है। छेड़छाड़ के विवाद में दो साल पहले 22 फरवरी को कालेज परिसर में दो पक्षों में मारपीट हुई थी। इस दौरान दो पक्षों में हुई मारपीट हुई थी। इस दौरान एक छात्रा ने एमबीए कर रहे अरुण पटेल को तमाचे मारे थे। इस बात से वह आहत था। इधर मामले में डायरेक्टर का कहना है कि हमारा मामले से कोई लेना-देना नहीं है। यूनिवर्सिटी ने उनके माफीनामे लिखवा कर मामला रफा-दफा कर दिया था, लेकिन विवाद के अरुण ने अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उससे पहले उसने यूट्यूब पर सुसाइड नोट डाला। इसमें उसने अपनी मौत का जिम्मेदार छात्रा वंदना, सेज यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर अनिल पटवारी, प्रोफेसर नीरज डोंगरे, छात्र नीरज सांवले और छात्र नेता रवि चौधरी को बताया था।