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MP News: मध्य प्रदेश के बरगी विधानसभा के शाहपुरा ब्लॉक में खाद की कालाबाजारी और अनियमितताओं को लेकर विरोध हुआ। कांग्रेस कार्यकर्ताओं और किसानों ने प्रदर्शन किया। यह आंदोलन युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष चमन कोड़ी लाल राय के नेतृत्व में हुआ। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में किसान, वरिष्ठ कांग्रेस नेता और युवा कार्यकर्ता शामिल हुए।
गोदाम पहुंचकर किया विरोध
कांग्रेस कार्यकर्ताओं और किसानों ने आरोप लगाया कि 4000 क्विंटल डीएपी में से केवल 700 क्विंटल वितरित की गई। शेष खाद गायब है। किसानों ने डबल लॉक गोदाम पर पहुंचकर तहसीलदार के सामने गबन उजागर किया और मामले की लिखित शिकायत की।
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शाहपुरा में चक्का जाम
खाद वितरण में गड़बड़ियों को लेकर प्रदर्शनकारियों ने शाहपुरा में चक्का जाम किया और जमकर नारेबाजी की। आंदोलन कारियों का कहना था कि जब तक उच्च अधिकारी मौके पर नहीं आते, तब तक चक्का जाम जारी रहेगा। किसानों ने स्पष्ट कहा कि वे अब और अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे।
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कलेक्टर ने भेजे उच्च अधिकारी
जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना को आंदोलन की जानकारी दी गई। उन्होंने तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को शाहपुरा भेजा। अधिकारियों ने आंदोलनकारियों से चर्चा की। आंदोलनकारियों के अनुसार, उनकी सभी मांगें लिखित में स्वीकार की गईं। यह मुख्य मांगे कांग्रेसी नेताओं और किसानों की थीं।
- खाद वितरण में लापरवाही करने वाले गोदाम प्रभारी पुष्पेंद्र और मुकेश पटेल को सस्पेंड किया जाएगा।
- 4000 क्विंटल डीएपी के गबन की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी।
- भविष्य में डीएपी वितरण में किसानों का प्रतिनिधिमंडल भी शामिल रहेगा।
- छह से अधिक वितरण केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जिससे भीड़ और भटकाव कम हो।
- नैनो बॉटल खरीदना अब अनिवार्य नहीं होगा और हर खरीदी पर पक्का बिल दिया जाएगा।
शाहपुरा में टोकन और नाम नहीं कर रहे थे मेल
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने मीडिया को बताया कि शाहपुरा में टोकन वितरण में गड़बड़ी हुई। उन्होंने कहा कि टोकन और नामों के बीच मेल नहीं बैठने से किसान परेशान हुए। कलेक्टर ने स्वीकार किया कि खाद की सप्लाई पिछले दो वर्षों से थोड़ी कम है। हालांकि, विकल्प पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि डीएपी की आपूर्ति में कमी नहीं है, लेकिन टोकन के जरिए वितरण में गड़बड़ी आई है। कलेक्टर ने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
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