विधानसभा सत्र : विधानसभा में गुरुवार को दो बार पक्ष-प्रतिपक्ष में बहस हुई। पहली बार नर्सिंग घोटाला पर ध्यानाकर्षण सूचना के माध्यम से चर्चा कराने की मांग के दौरान सरकार के मंत्री द्वारा चुन्नू-मुन्नू कहने पर और दूसरी बार सिवनी विधायक द्वारा सड़क निर्माण में गुणवत्ता के सवाल पर कांग्रेस विधायक की कंपनी का जिक्र करने पर। दोनों बार विधानसभा अध्यक्ष ने मध्यस्थता की और बहस की दोनों वजहों को सदन की कार्यवाही से विलोपित करा दिया।
नेता प्रतिपक्ष ने ध्यानाकर्षण सूचना पर चर्चा के लिए बोला
सदन में ध्यानाकर्षण पर चर्चा शुरू होनी थी। जब नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने दो कांग्रेस विधायकों की ध्यानाकर्षण सूचना पर चर्चा का आग्रह किया। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने व्यवस्था देकर आश्वस्त किया, लेकिन नेता प्रतिपक्ष चर्चा कराने की मांग पर अड़े रहे। उनके साथ कांग्रेस पक्ष के अन्य विधायक भी खड़े हो गए। शोर-शराबा शुरू होने पर संसदीय कार्य मंत्री विजयवर्गीय स्थिति संभालने खड़े हुए। उन्होंने अध्यक्ष द्वारा व्यवस्था देने पर भी विपक्ष के रवैए पर आपत्ति ली। मंत्री ने विपक्ष पर चुटकी लेते हुए चुन्नू-मुन्नू बोल दिया। यह सुनते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया।
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चुन्नू-मुन्नू शब्द को कार्यवाही से हटाया
चुन्नू-मुन्नू को लेकर विधानसभा में कुछ देर तक विपक्ष के विधायक खड़े होकर शोर मचाते रहे। नेता प्रतिपक्ष ने भी इन शब्दों पर आपत्ति दर्ज कराई। सिंघार ने कहा किससे कहा है चुन्नू-मुन्नू, यदि ऐसा ही है तो हम भी ओ प्यारे, ओ राजा कहना शुरू कर दें। दोनों पक्षों के बीच बहस की स्थिति बनते देख विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने रोका। उन्होंने विपक्ष को शांत कराया। अध्यक्ष के हस्तक्षेप के बाद शोर-शराबा शांत हुआ। बाद में अध्यक्ष के आदेश पर पक्ष-विपक्ष के बीच कहासुनी की वजह बने चुन्नू-मुन्नू शब्द को कार्यवाही से हटा दिया गया, लेकिन विधानसभा में इसको लेकर पक्ष-विपक्ष के सदस्य एक-दूसरे की ओर देखकर मुस्कुराते नजर आए। हांलाकि, इसके बाद ध्यानाकर्षण सूचनाओं पर विधायकों ने अपने प्रश्न रखे।
सड़क की गुणवत्ता पर दो विधायकों में बहस
विधानसभा में पक्ष-विपक्ष के दो सदस्यों के बीच बहस का दूसरा मौका प्रश्नकाल के दौरान आया। जब सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन ने सड़क क्षतिग्रस्त होने के कारण हादसे होने पर सवाल किया। जवाब में लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने कहा राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण आइआरसी के मानकों के आधार पर होते हैं। यह सड़क एनएचएआई के अधीन है, लेकिन विधायक की चिंता जायज है। एनएचएआई ने ठेकेदार को नोटिस दिया है और काम नहीं करने पर राशि भी जमा कराई है। सड़क की मरम्मत के लिए एनएचएआई ने टेंडर भी बुलाए हैं और जल्द काम भी शुरू करने कहा है। इस पर विधायक राय ने कांग्रेस पक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा आपको यह बता दूं यह सड़क विधानसभा के ही सदस्य अभय मिश्रा की कंपनी ने बनाई है। इस पर कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा ने तुरंत पलटकर जवाब दिया। मिश्रा ने कहा कंपनी से पेट्री कांट्रेक्ट पर सड़क तो आपके ही पुत्र ने बनाई है। इसके साथ ही दोनों विधायकों में उत्तर-प्रतिउत्तर का दौर चल पड़ा। स्थिति देख विधानसभा अध्यक्ष ने दोनों में बहस शांत कराई। इसके साथ ही दोनों के बीच की बहस को भी कार्यवाही से हटा दिया गया।