मुगल शासक औरंगजेब और महाराष्ट्र में उसकी कब्र को लेकर देश में बहस जारी है। औरंगजेब पर छिड़े विवाद के बीच सीहोर के कुबेरेश्वर धाम के कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि औरंगजेब की कब्र को भारत से हटा देना चाहिए, क्योंकि उसने सनातन धर्म और राष्ट्र के लिए कुछ नहीं किया। यह बयान हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'छावा' के बाद औरंगजेब को लेकर बढ़ते विवाद के बीच आया है।
औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग तेज
दरअसल, औरंगजेब की कब्र को लेकर देशभर में हो रही बयानबाजी का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा। सीहोर के कुबेरेश्वर धाम के कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि भारत से औरंगजेब की कब्र हटानी चाहिए। उन्होंने यह कहा कि औरंगजेब ने सनातन धर्म, राष्ट्र और आमजन के लिए क्या किया है? उन्होंने कहा कि इस समय सनातन धर्म की मजबूती यह है कि लोग अब खुलकर औरंगजेब के बारे में अपनी राय हिम्मत से रख पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 'औरंगजेब की कब्र को हटाकर उसकी जगह कुछ और बनाना चाहिए, लेकिन उसकी कब्र को तो हटाना ही चाहिए'
ये खबर भी पढ़ें...
मंत्री राणे ने कहा, निश्चित हटेगी औरंगजेब की कब्र, पत्रकारों को नहीं देंगे जानकारी
औरंगजेब पर अबू आजमी के बयान पर विवाद
यह विवाद तब शुरू हुआ जब छत्रपति संभाजी महाराज और औरंगजेब के इतिहास पर आधारित 'छावा' रिलीज हुई। इस फिल्म में औरंगजेब को एक क्रूर और हिंसक शासक के रूप में दिखाया गया है। फिल्म को लेकर महाराष्ट्र के समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने औरंगजेब का महिमा मंडन करते हुए कहा था कि औरंगजेब कोई क्रूर शासक नहीं था। उन्होंने यह भी दावा किया कि औरंगजेब ने कई मंदिर बनवाए और वह एक अच्छे प्रशासक थे। उन्होंने औरंगजेब के शासन के दौरान भारत की जीडीपी के 24% तक होने की बात भी की। इस बयान ने विवाद को और बढ़ा दिया, और सियासी घमासान मच गया। अबू आजमी के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन भी हुए। साथ ही केस भी दर्ज किया गया।
ये खबर भी पढ़ें...
सपा नेता अबू आजमी की औरंगजेब प्रशंसा से गुस्साए लोग, जलाया पुतला
बढ़ा विवाद, आजमी ने वापस लिया बयान
औरंगजेब का तारीफ करने पर मचे घमासान और विवाद बढ़ने के बाद अबू आजमी ने अपने बयान को वापस ले लिया और कहा कि अगर किसी को ठेस पहुंची है, तो वह अपनी टिप्पणियां वापस लेते हैं। लेकिन, इसके बाद औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग फिर से जोर पकड़ने लगी। देशभर में कई धार्मिक और राजनीतिक संगठन अब इस कब्र को हटाने की मांग कर रहे हैं।
ये खबर भी पढ़ें...
औरंगजेब की तारीफ करने वाले को कब्रिस्तान भेज देंगे: रामेश्वर शर्मा
कहां है औरंगजेब की कब्र
औरंगजेब की मौत 1707 में हुई थी और उसे महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के खुल्दाबाद में दफनाया गया था। यह वही जगह है, जहां आज भी उसकी कब्र मौजूद है। अब यह कब्र एक राजनीतिक और धार्मिक मुद्दा बन चुकी है, और इसे हटाने की मांग देशभर में तेज हो गई है। इधर, महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे ने औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि औरंगजेब की कब्र निश्चित हटेगी। यह कार्यक्रम निश्चित रूप से होगा, लेकिन इसे लेकर पत्रकारों को कोई जानकारी नहीं दी जाएगी।
ये खबर भी पढ़ें...
औरंगजेब की तारीफ करना विधायक अबू आजमी को पड़ा भारी, बजट सत्र से सस्पेंड