आयुष विभाग की फर्जी वेबसाइट में फंसे आकांक्षी युवा, 15 हजार से हुई 75 लाख की ठगी
आयुष विभाग की फर्जी वेबसाइट ने बेरोजगारों से ठगी की। 15 हजार से अधिक लोगों ने 75 लाख रुपए की ठगी में भाग लिया। आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पढ़ें पूरी जानकारी!
मध्यप्रदेश में जॉब फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। यहां आयुष विभाग के नाम पर बनाई गई एक फर्जी वेबसाइट ने हजारों बेरोजगारों को अपना शिकार बना लिया। 7 मार्च 2025 को ई-औषधि एमपी पोर्टल के नाम पर 2 हजार 9 सौ 72 पदों की भर्ती का विज्ञापन जारी किया गया था। यह विज्ञापन पूरी तरह से झूठा था और जब तक इसकी सच्चाई सामने आई, तब तक करीब 15 हजार बेरोजगारों ने ऑनलाइन आवेदन कर दिया था।
इस फर्जी भर्ती प्रक्रिया में आवेदकों से 5 सौ रुपए शुल्क लिया गया था। इस तरह, ठगों ने लगभग 75 लाख रुपए की ठगी की। आवेदन की प्रक्रिया पूरी करने के बाद आवेदकों को किसी भी प्रकार की रसीद नहीं मिला और अब वेबसाइट भी बंद हो चुकी है। आयुष विभाग ने एक महीने बाद इस भर्ती को फर्जी बताते हुए चेतावनी दी है कि, ऐसा कोई ऑफिसियल विज्ञापन जारी नहीं किया गया था।
बता दें कि, जॉब फ्रॉड के मामले मध्यप्रदेश में लगातार बढ़ते जा रहे हैं। राज्य साइबर सेल के पास इस प्रकार के 112 केस दर्ज हो चुके हैं, जिनमें से 72 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। 2024 में जॉब फ्रॉड से बेरोजगारों से लगभग 12.75 करोड़ रुपए की ठगी हो चुकी है। हालांकि, पुलिस ने समय रहते कार्रवाई करते हुए 1.66 करोड़ रुपए की रकम रिकवर भी की है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, यह कोई पहला मामला नहीं है जब ठगों ने जॉब के नाम पर बेरोजगारों को ठगा हो। पहले भी कई बार जालसाजों ने विभिन्न विभागों से संबंधित फर्जी वेबसाइटों का निर्माण किया है और लोगों से आवेदन शुल्क वसूला है।
जॉब फ्रॉड से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि, बेरोजगार अपने आवेदन केवल ऑफिसियल वेबसाइटों के माध्यम से ही करें। आवेदन करने से पहले संबंधित विभाग की वेबसाइट पर जानकारी की पुष्टि करना जरूरी है। इसके अलावा, किसी भी वेबसाइट पर व्यक्तिगत जानकारी देने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि वह वेबसाइट सुरक्षित और सर्टिफाइड है।