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नीरज सोनी@छतरपुर
मध्य प्रदेश में नवरात्रि के दौरान गरबा आयोजनों में मुस्लिमों की ‘नो एंट्री’ पर उठे विवाद ने तूल पकड़ लिया है। इस विवाद में अब बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बड़ा बयान सामने आया है। उनका कहना है कि यदि हम मुस्लिम हज यात्रा पर नहीं जाते, तो उन्हें भी हिंदू समाज के पवित्र त्योहार गरबा में शामिल नहीं होना चाहिए। उन्होंने यह बयान छतरपुर जिले के लवकुशनगर में मां बम्बर बैनी माता के दर्शन के दौरान दिया।
प्रवेश द्वार पर गोमूत्र का प्रबंध करें
धीरेंद्र शास्त्री (Pandit Dhirendra Shastri) ने अपने बयान में कहा, जब हम लोग (हिंदू) उनके हज यात्रा पर नहीं जाते, तो उन्हें भी हमारे धार्मिक उत्सवों और गरबा में हिस्सा नहीं लेना चाहिए। यह हमारा पवित्र त्योहार है, इसे अपवित्र होने से बचाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि गरबा आयोजकों से अपील है कि वे पंडालों के प्रवेश द्वार पर गोमूत्र (cow urine) का प्रबंध करें, ताकि केवल सच्चे भक्त ही अंदर आ सकें। उनके इस बयान के दौरान राजनगर विधानसभा के भाजपा विधायक अरविंद पटैरिया भी मौजूद थे।
बागेश्वर महाराज के गरबा वाले बयान पर एक नजर
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गरबा आयोजनों में जारी की गाइडलाइंस
धीरेंद्र शास्त्री का बयान मध्यप्रदेश के भोपाल, इंदौर और दमोह जैसे प्रमुख जिलों में हो रहे गरबा विवादों (गरबा पंडाल में मुसलमानों की नो एंट्री) के बीच आया है। जहां कई हिंदू संगठनों ने तिलक, कलावा और आधार कार्ड चेक करने की गाइडलाइंस जारी की हैं। इससे पहले, भोपाल सांसद आलोक शर्मा ने भी इस मुद्दे पर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था कि कुछ लोग हिंदू महिलाओं को लुभाने के लिए तिलक और कलावा का इस्तेमाल कर गरबा में घुस सकते हैं।
विधायक ने कहा- जल्द बनेगी सड़क
वहीं, विधायक अरविंद पटेरिया ने इस दौरान कहा कि यह उनके लिए सौभाग्य का दिन है। उन्होंने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही मंदिर तक जाने के लिए सड़क निर्माण (Road construction) कराया जाएगा, जिससे भक्तों को मां के दर्शन में कोई परेशानी न हो।