/sootr/media/media_files/2025/03/20/8IXU19nn2iOv3v6RLYo9.jpg)
मध्य प्रदेश के बैतूल में हार्डवेयर व्यापारी की हत्या के मामले में पुलिस का बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए मास्टमांइड बांदा के महावत विनेश गिरी गोस्वामी और राजेश गिरी समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं मुख्य शूटर फरार चल रहा है। जिसकी तलाश जारी है। पुलिस के अनुसार, इस हत्या के पीछे पुरानी रंजिश और साजिश की पुष्टि हुई है।
हार्डवेयर व्यापारी की हत्या का खुलासा
बैतूल पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि व्यापारी अशोक पवार की हत्या की साजिश महावत विनेश गिरी ने रची थी, जिसने 15 लाख रुपए की सुपारी देकर व्यापारी की हत्या करवाई। यह घटना 15 साल पुरानी दुश्मनी का परिणाम थी, जिसमें महावत ने अशोक और उसके भाई को हटाने के लिए यह साजिश रची थी। यह महावत को मृतक व्यापारी की पत्नी भाई मानती थी।
ये खबर भी पढ़ें...
बैतूल में हार्डवेयर व्यापारी का मर्डर, बदमाशों ने दुकान में घुसकर गोली मारी, जांच में जुटी पुलिस
महावत समेत तीन आरोपी गिरफ्तार, शूटर फरार
पुलिस पहले लूट, रंजिश और अवैध संबंधों को लेकर इस मर्डर केस की जांच में जुटी थी। लेकिन जांच के बाद हुए खुलासे से पुलिस हैरान रह गई। पुलिस ने इस मामले में हत्या की साजिश रचने वाले यूपी के बांदा के रहने वाले महावत विनेश गिरी गोस्वामी और हत्यारे के साथ मौजूद रहे राजेश गिरी को गिरफ्तार किया है। साथ ही एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार किया, हालांकि, मुख्य शूटर अभी भी फरार है, जो खरगोन जिले का निवासी बताया जा रहा है।
डिलीट मैसेज से मिला सुराग, सामने आई ये कहानी
वारदात वाली रात में बैतूल पुलिस अधीक्षक निश्चल एन झारिया, साइबर एक्सपर्ट टीम सहित पुलिस जांच कर रही थी। जांच के दौरान पुलिस को मृतक व्यापारी के मोबाइल में जनवरी में डिलीट किया मैसेज मिला। जब मैसेज को रिकवर किया गया, तो बाबा के नाम से भेजा गया धमका मैसेज मिला। पुलिस ने छानबीन की, तो एक चौंकाने वाली बात सामने आई।
ये खबर भी पढ़ें...
मनमानी करना पड़ा भारी, कलेक्टर ने प्राइवेट स्कूल पर ठोका लाखों का जुर्माना
व्यापारी ने पत्नी ने महावत को बनाया था भाई
इस हत्या के पीछे की कहानी 15 साल पुरानी है। मृतक अशोक पवार की पत्नी बबीता के भाई बबलू का अचानक लापता होना और फिर महावत विनेश का उनके परिवार का हिस्सा बनना इस साजिश की जड़ में था। दरअसल, अशोक की पत्नी बबीता का बबलू नाम का भाई लापता हुआ था, जो तमाम कोशिशों के बाद भी नहीं मिला था, इसके बाद कुछ साल बाद बबीता के मायके में हाथी लेकर एक महावत बाबा पहुंचा जो महावत विनेश था।
बबीता के परिजनों को लगा कि वह बबलू है, जिसके बाद महावत परिवार का हिस्सा बन गया। इसके बाद महावत विनेश का बबीता घर ( मायके और ससुराल) में आना-जाना लगा रहा। इसी बीच उसे बबीता और अशोक के परिवार में होने वाले झगड़ों की खबर लगी। इसके बाद महावत विनेश ने परिवार के झगड़ों का फायदा उठाते हुए अशोक और उसके भाई को रास्ते से हटाने की साजिश रची।
15 लाख की सुपारी लेकर कराई थी हत्या
बबीता के परिवार के परिवार में होने वाले विवाद का फायदा उठाकर महावत ने अशोक और उसके भाई रमेश की हत्या की साजिश रची। आरोपी विनेश ऐसे लोगों की तलाश कर रहा था जिससे अशोक की पहचान न हो। इसके बाद अपने रिश्ते के भाई राजेश को 15 लाख रुपए की सुपारी दी और उसे शूटर की तलाश में भेजा। इसके बाद सुपारी किलर खरगोन में मिला। इसके बाद 14 मार्च को बैतूल पहुंचे राजेश और शूटर को विनेश ने देशी कट्टा उपलब्ध कराया था। यह इसके बाद दोनों होटल में ठहरकर अशोक पवार की रेकी करते रहे।
ये खबर भी पढ़ें...
सीएम मोहन ने किया 2490 करोड़ की परियोजना का लोकार्पण, 100 गांवों में होगी सिंचाई और पेयजल की सुविधा
शूटर ने दुकान में घुसकर मारी थी गोली
लंबी प्लानिंग और दुकान के रेकी के बाद राजेश और शूटर ने दुकान पहुंचकर व्यापारी अशोक की गोली मारकर हत्या कर दी। इस दौरान दुकान के बाहर मौजूद राजेश निगरानी कर रहा था। इसके बाद दोनों आरोपी भाग निकले थे। दोनों पैदल ही सड़क निकलते थे। आगे कुछ दूरी पर जाकर उन्होंने कपड़े बदले और बैतूल शहर से दूर एक मंदिर में रात गुजारी और सुबह होते ही शूटर वहां से भाग गया।
जांच करते हुए पुलिस मंदिर तक पहुंची, जहां से पुलिस ने महावत विनेश गिरी और राजेश को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने इस मामले में एक अन्य आरोपी को भी पकड़ा है, जिसने सुपारी किलर को हायर किया था। फिलहाल पुलिस फरार किलर की तलाश कर रही है। पुलिस का कहना है कि वारदात के वक्त अगर अशोक का भाई रमेश दुकान पर होता, तो उसे भी शूटर निशाना बना सकते थे। पुलिस अब मुख्य शूटर की तलाश में जुटी है।
ये खबर भी पढ़ें...
ब्रिटिश काल की धूप घड़ी आज भी बताती है सही टाइम, जानें कहां है यह अनमोल धरोहर