मध्य प्रदेश में एक बार फिर निजी स्कूलों की लापरवाही को लेकर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। भिंड जिले में निजी स्कूलों के खिलाफ प्रशासन ने सख्त एक्शन लिया है। अपार आईडी (Aadhar-based Unique ID) बनाने में लापरवाही बरतने को लेकर सख्ती दिखाते हुए कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने 126 प्राइवेट स्कूलों की मान्यता निलंबित कर दी है। साथ ही कलेक्टर ने यह भी स्पष्ट किया है कि जब तक स्कूल प्रबंधन अपार आईडी बनाने का काम पूरा कर प्रमाण प्रस्तुत नहीं करेंगे, तब तक मान्यता बहाल नहीं की जाएगी।
चेतावनी के बाद भी स्कूलों ने की लापरवाही
कलेक्टर के मुताबिक, भारत सरकार की योजना के तहत प्रदेश में कक्षा नर्सरी से लेकर 12वीं तक के छात्रों के लिए अपार (APAAR) आईडी बनानी थी। इसके लिए कई बार स्कूल संचालकों को बैठक और व्हाट्सएप के माध्यम से निर्देश दिए गए थे, और 29 जनवरी 2025 से इस काम को शुरू करने के लिए कहा गया था। हालांकि, कई स्कूलों ने इसे शुरू नहीं किया और 30 जनवरी 2025 को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया, लेकिन स्कूलों ने इसका भी उत्तर नहीं दिया और न ही काम चालू किया।
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स्कूलों की मान्यता निलंबित करने का आदेश जारी
अब इस लापरवाही के कारण अब कलेक्टर ने 126 स्कूलों की मान्यता निलंबित करने का आदेश दिया है। कलेक्टर ने साफ किया कि जब तक इन स्कूलों के प्रबंधन द्वारा अपार आईडी निर्माण का काम पूरा नहीं किया जाता और इसका प्रमाण प्रस्तुत नहीं किया जाता, तब तक उनकी मान्यता बहाल नहीं की जाएगी। वहीं मामले में स्कूल एसोसिएशन ने प्रशासन से समय मांगा है।
यह कार्रवाई स्कूलों द्वारा नियमों के उल्लंघन के खिलाफ एक सख्त कदम के रूप में देखी जा रही है। इसके साथ ही प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस मामले में कोई भी ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
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