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भोपाल साइबर क्राइम विंग के सब-इंस्पेक्टर (एसआई) भरत प्रजापति ने एक ऐसा सॉफ्टवेयर विकसित किया है, जो साइबर फ्रॉड के मामलों की जांच को आसान और तेज बनाता है। इस सॉफ्टवेयर का नाम investigationcamp.com है। यह फ्री एक्सेस वाली वेबसाइट है, जिसे देश के 10 से अधिक राज्यों की पुलिस उपयोग कर रही है।
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सॉफ्टवेयर की प्रमुख विशेषताएं
आईपी इंटेलिजेंस (IP Intelligence):
वीपीएन और प्रॉक्सी आईपी एड्रेस का पता लगाना अब आसान हो गया है। यह बताता है कि आईपी किस देश और कंपनी का है।
सीडीआर एनालिसिस (CDR Analysis):
बल्क लुकअप फीचर के जरिए मोबाइल नंबर की जानकारी जैसे लोकेशन, सिम मालिक का नाम और एक्टिव स्टेटस तुरंत मिल जाता है।
आईएफएससी सर्च (IFSC Search):
बैंक स्टेटमेंट अपलोड करते ही बैंक की डिटेल्स, ब्रांच का फोन नंबर और लोकेशन स्क्रीन पर आ जाती है।
सीडीआर रूट ट्रेस (CDR Route Trace):
यूजर के मूवमेंट का चार्ट स्क्रीन पर दिखता है, जिससे लोकेशन ट्रैक करना आसान हो जाता है।
एनसीआरपी ग्राफ (NCRP Graph):
ठगी की रकम कितने खातों में ट्रांसफर हुई, इसका पूरा विवरण स्क्रीन पर ग्राफ के रूप में दिखता है।
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वेबसाइट की उपयोगिता
यह वेबसाइट पुलिस विभाग को लाखों रुपये के महंगे सॉफ्टवेयर खरीदने की जरूरत से बचाती है। इसकी मदद से अब क्रिमिनल्स को ट्रेस करना और तेजी से कार्रवाई करना संभव हो पाया है। डीसीपी क्राइम, भोपाल अखिल पटेल ने कहा कि इस सॉफ्टवेयर ने जांच प्रक्रिया को सरल और प्रभावी बना दिया है।
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वेबसाइट निर्माण की कहानी
भरत प्रजापति, जो कि बीएससी (बायो) बैकग्राउंड से हैं, ने साइबर क्राइम विंग में काम करते हुए आईटी की बारीकियां सीखी। अपनी ड्यूटी के बाद रात 9 से 3 बजे तक काम करके उन्होंने यह वेबसाइट तैयार की। उनकी मेहनत और इनोवेशन ने साइबर क्राइम जांच में क्रांति ला दी है।
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