Cyber fraudster arrested in Raipur : रायपुर में करोड़ों रुपए के ट्रांजेक्शन वाली दो फर्जी कंपनियों का खुलासा रायपुर साइबर पुलिस ने किया है। इस बड़ी कार्रवाई में दो शातिर साइबर ठग पवन कुमार और गगनदीप गिरफ्तार किए गए हैं। ये दोनों दिल्ली से आकर रायपुर में रह रहे थे। अपने आधार कार्ड में एड्रेस बदलवाकर ये रायपुर में दो फर्जी कंपनियां चला रहे थे।
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इस तरह हुआ मामले का खुलासा
डॉ. प्रकाश गुप्ता ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 11 लाख रुपये की ठगी की शिकायत थाना आमानाका में दर्ज कराई थी। पुलिस ने जांच में पाया कि पवन और गगनदीप ने रायपुर में फ्रिज टैक सोल और जीपी इंटरप्राइजेस कंपनी खोली है। ये लोग दिल्ली के रहने वाले हैं, लेकिन अपने आधार कार्ड पर पता बदलवाकर ये लोग रायपुर में रहकर फर्जी कंपनियां चला रहे हैं।
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इन कंपनियों के जरिए आरोपियों ने विभिन्न बैंकों में करीब 30 प्लेटिनियम अकाउंट खोले थे। पुलिस ने इनके कब्जे से 12083998 अमेरिकी डॉलर (102.4 करोड़ रुपए) की इनवॉयस जब्त की है। इसके साथ ही 175 करोड़ रुपए के ट्रांजेक्शन का पता चलने के बाद 2 करोड़ से अधिक की रकम भी साइबर पुलिस ने होल्ड कर दी है।
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ये कंपनियां भी फर्जीवाड़े में शामिल
आरोपियों का यह नेटवर्क ठगी से प्राप्त पैसे को अमेरिकी डॉलर में बदलकर हॉन्गकॉन्ग और थाईलैंड स्थित कंपनियों को भेजता था। जिन कंपनियों को पैसे भेजे जाते थे, वे डिजिटल अपराध और शेयर ट्रेडिंग फ्रॉड के लिए संदिग्ध पाई गईं। इन कंपनियों में हाइपरलिंक इंफोसिस्टम लिमिटेड, ब्लू ऑर्किड ग्लोबल, कंसाई इंटरनेशनल लिमिटेड, एम एस मॉर्निंग (हॉन्गकॉन्ग) और NRI सिस्टम टेक्नो, परसौल प्रोसेस एंड टेक्नोलॉजी, ग्लोबल विजार्ड टेक्नोलॉजी, डाटा आर्ट टेक्नोलॉजी (थाईलैंड) शामिल हैं।
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