भोपाल में ATS गुजरात की बड़ी कार्रवाई, एमपी के इंटेलिजेंस को भनक भी नहीं लगी

मध्‍य प्रदेश की राजधानी भोपाल में गुजरात की एटीएस और एनसीबी ने एक संयुक्त ऑपरेशन को अंजाम दिया है। इस ऑपरेशन में एक बंद फैक्ट्री से 1800 करोड़ से की MD का भंडार पकड़ा। इधर भोपाल पुलिस और इंटेलिजेंस को भनक भी नहीं लगी...

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Jitendra Shrivastava
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मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के कटारा हिल्स इंडस्ट्रियल एरिया बगरोदा गांव में एक फैक्ट्री लंबे समय से सरकारी रिकॉर्ड में बंद है, लेकिन इस फैक्ट्री के अंदर लगातार अवैध कारोबार चल रहा था। यहां जानलेवा और प्रतिबंधित नशीली दवाई बनाई जा रही थी। राजधानी में रविवार, 6 अक्टूबर को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और एटीएस गुजरात की टीम ने मिलकर इस फैक्ट्री पर छापा मारा है। यहां भारी मात्रा में कच्चा माल और 1800 करोड़ से ज्यादा कीमत की प्रतिबंधित नशीली MD ड्रग्स का भंडार मिला है। 

भोपाल का अमित और नासिक का सान्याल गिरफ्तार

एटीएस गुजरात और NCB की टीम ने इस मामले में नासिक महाराष्ट्र के सान्याल प्रकाश बाने और भोपाल के अमित चतुर्वेदी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि सान्याल बाने को पहले भी इसी तरह की प्रतिबंधित दवा की तस्करी करते हुए अंबोली पुलिस ने पकड़ा था। इसमें सान्याल को 5 साल की जेल भी हुई थी। रिहा होते ही बाने ने बड़े पैमाने पर इसी तरह का काम फिर शुरू कर दिया। पहले वह तस्करी करता था अब प्रोडक्शन शुरू कर दिया था। 

सरकारी रिकॉर्ड में बंद है फैक्ट्री

एंटी टेरीरिस्ट स्क्वाड गुजरात और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की संयुक्त कार्रवाई ने भोपाल पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। साथ ही यह सर्जिकल ऑपरेशन करके एमपी इंटेलिजेंस और भोपाल पुलिस दोनों को एक्सपोज कर दिया है। मध्य प्रदेश सरकार के खुफिया तंत्र और भोपाल पुलिस की प्रतिष्ठा पर यह घटना दाग लगाने वाली साबित हुई है। एटीएस गुजरात ने भोपाल में एक ऐसी सरकारी सहायता प्राप्त फैक्ट्री को पकड़ा है जो सरकारी रिकॉर्ड में सालों से बंद है। साथ ही इस फैक्ट्री के बंद दरवाजे के अंदर घातक और प्रतिबंधित नशीली MD ड्रग्स का उत्पादन भी हो रहा था। 

भोपाल पुलिस को कार्रवाई का पता हीं नहीं चला

NCB और ATS गुजरात ने मिलकर इस सर्जिकल ऑपरेशन को अंजाम दिया है। प्रोटोकॉल के अर्न्तगत इन्हें अपने ऑपरेशन की जानकारी मध्य प्रदेश सरकार और भोपाल पुलिस को देनी चाहिए थी, परंतु इन्होंने ऐसा नहीं किया। आपकी जानकारी के लिए यह भी बता दें कि भारत में इस प्रकार के सर्जिकल ऑपरेशन तब किए जाते हैं जब दूसरे राज्य की पुलिस के बारे में पूरा विश्वास और एविडेंस होते हैं कि लोकल पुलिस अपराधियों से मिली हुई है। और यह भी कि यदि लोकल पुलिस को इन्फॉर्म किया गया तो अपराधी को पकड़ना मुश्किल हो जाएगा। इस रेड के बारे में पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गोपनीय सूचना के आधार पर फैक्ट्री पर छापा मारा गया था। भोपाल निवासी अमित चतुर्वेदी और सान्याल बाने के खिलाफ मादक पदार्थ मेफेड्रोन (MD) का अवैध निर्माण और बिक्री की जानकारी मिली थी। इस जानकारी पर ही संयुक्त रूप से कार्रवाई की गई।

बंद फैक्ट्री में रोज 25 किलो ड्रग्स बनता था

जानकारी के मुताबिक रोजाना इस फैक्ट्री में 25 किलो ड्रग्स तैयार होता था। सूचना के बाद गुजरात ATS की टीम काफी समय से इस पर नजर रख रही थी। जब जानकारी पक्की हुई तो NCB से संपर्क कर संयुक्त कार्रवाई की। 

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