/sootr/media/media_files/2025/09/01/bhopal-2025-09-01-10-01-10.jpg)
राजधानी भोपाल के एक जिम में ड्रग्स सप्लाई का मामला सामने आया है। आरोप है कि यहां जिम करने आने वाले युवक और युवतियों को वजन कम करने के नाम पर ड्रग दिया जा रहा था। जिम संचालक मोनिस खान पर आरोप है कि वह जिम में आने वाले लोगों को ड्रग्स देने का काम कर रहा था। इस पूरे मामले में मछली गुर्गों से जुड़े लोगों का नाम भी सामने आया है।
जांच में सामने आया कि मछली के गुर्गों से जिम संचालक मोनिस खान भोपाल में सबसे ज्यादा ड्रग्स खरीदता था। मोनिस इन ड्रग्स को जिम में आने वाले युवकों और युवतियों को वेट लॉस की दवा बताकर बेचता था।
इस पूरे मामले के बारे में मछली गुर्गों में शामिल आरोपी सैफउद्दीन ने पुलिस को बताया है। मोनिस खान जिम संचालन से पहले एक फिटनेस ट्रेनर के रूप में भी काम कर चुका है।
मलेशिया भाग गया मोनिस खान
यह खुलासा 18 जुलाई 2025 को हुआ, जब सैफउद्दीन नामक एक आरोपी की गिरफ्तारी के बाद उसने पूछताछ में मोनिस खान के बारे में जानकारी दी। मोनिस खान, जो पहले फिटनेस ट्रेनर भी रह चुका है। वह अब ड्रग्स की तस्करी के मामले में आरोपी बन चुका है।
क्राइम ब्रांच ने जांच के आधार पर मोनिस को आरोपी ठहराया है, लेकिन मामले में उसका नाम आने के बाद वह मलेशिया भाग गया। अब पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लुकआउट नोटिस जारी करने की तैयारी कर रही है।
सैफउद्दीन की निशानदेही पर पुलिस ने शाहवर और यासीन की गिरफ्तारी की। पूछताछ के दौरान सैफउद्दीन ने यह स्वीकार किया था कि उसने दोनों से ड्रग्स खरीदकर बेचने का काम किया था, जिसके बाद पुलिस ने मेमोरेंडम में चाचा-भतीजे को आरोपी बना दिया था। हालांकि, इन दोनों को इसकी जानकारी नहीं थी। 21 जुलाई को पुलिस ने घेराबंदी करके अलग-अलग स्थानों से शाहवर और यासीन को गिरफ्तार कर लिया।
यासीन के मोबाइल से मिले कई सबूत
यासीन के मोबाइल से नाबालिग किशोरों, युवकों और युवतियों को टॉर्चर करते हुए वीडियो मिले थे। इसके बाद उसके खिलाफ रेप, पॉक्सो और धोखाधड़ी के आरोप में शिकायतें विभिन्न थानों में दर्ज की गईं।
चाचा-भतीजे की निशानदेही पर पुलिस ने पुराने अपराधी अंशुल सिंह उर्फ भूरी को गिरफ्तार किया। शाहवर और यासीन इसी से ड्रग्स खरीदते थे। अंशुल ने पूछताछ में बताया कि वह बेन नाम के नाइजीरियन नागरिक से एमडी ड्रग्स खरीदकर भोपाल लाता था और उसे पार्टियों में विशेष ग्राहकों को बेचता था। यासीन और शाहवर भी अंशुल के नियमित ग्राहक थे। बता दें कि, यह पूरा मामला मछली परिवार से जुड़ा हुआ है।
ये भी पढ़िए...भोपाल नगर निगम में RTO के टैक्स चोरी की फाइल सचिवालय तलब
पूछताछ के दौरान सैफउद्दीन ने किया बड़ा खुलासा
सैफउद्दीन ने पूछताछ के दौरान यह भी खुलासा किया था कि कोहेफिजा और चूना भट्टी में स्थित जिम के संचालक मोनिस खान और जहांगीराबाद के उमेर पट्टी भी ड्रग्स की तस्करी में शामिल हैं। ये लोग सैफउद्दीन से नशे का सामान खरीदकर उसे आगे बेचने का काम करते थे। मोनिस खान तो इन ड्रग्स को अपने जिम में आने वाली युवतियों और युवकों को वजन कम करने की दवा बताकर बेचता था। इसके अलावा, अरेरा कॉलोनी निवासी विशाल उर्फ सावन और अशोका गार्डन निवासी लारिब उर्फ बच्चा भी सैफउद्दीन से ड्रग्स खरीदकर उसे आगे बेचने का काम करते थे।
FAQ
thesootr links
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- राजस्थान की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक
- जॉब्स और एजुकेशन की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
- निशुल्क वैवाहिक विज्ञापन और क्लासिफाइड देखने के लिए क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩👦👨👩👧👧
Bhopal News | भोपाल की जिम में ड्रग्स सप्लाई