आईजी डॉ. आशीष के साथ लूटपाट मामले में आ गया ताजा अपडेट, बदमाश छीनकर ले गए थे फोन

राजधानी भोपाल के हबीबगंज के हाई सिक्योरिटी क्षेत्र में आईजी इंटेलिजेंस डॉ. आशीष से उनका दो मोबाइल फोन छीन लिए गए। 36 घंटे के बाद अब ये ताजा अपडेट सामने आया है।

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Dablu Kumar
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भोपाल के हाई सिक्योरिटी इलाके में मंगलवार (23 सितंबर) रात आईजी इंटेलिजेंस डॉ. आशीष से उनका दो मोबाइल फोन छीन लिए गए। इससे राजधानी की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं। 40 घंटे बाद भी पुलिस उनका एक फोन नहीं ढूंढ पाई है। जहां ये घटना हुई, वहां कई पुलिस अफसरों के बंगले हैं। बदमाशों ने आईजी से दो मोबाइल फोन छीने थे, जिनमें से एक फोन चुनाभट्टी के दुर्गा नगर में फेंका गया था, जो मिल गया है। दूसरे फोन की तलाश जारी है और पुलिस को शक है कि उसमें गोपनीय जानकारी हो सकती है।

कई बदमाशों को लिया गया हिरासत में 

बताया जा रहा है कि आईजी के फोन की होम स्क्रीन पर उनका वर्दी पहना हुआ फोटो था। इसे ट्रैकर की मदद से ढूंढ लिया गया। माना जा रहा है कि फोन में आईजी की फोटो देखकर ही पुलिस ने एक फोन को फेंक दिया है। दूसरा फोन और बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच और आधा दर्जन अलग-अलग थानों की टीमें काम कर रही हैं। इस फोन में गोपनीय जानकारी होने की चर्चा है। इससे पुलिस की चिंता बढ़ गई है। डीसीपी आशुतोष गुप्ता ने बताया कि पुलिस ने संदेह के आधार पर कई बदमाशों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

मंगलवार रात आईजी इंटेलिजेंस डॉ. आशीष और उनकी पत्नी खाना खाने के बाद टहलने निकले थे। इस दौरान बाइक पर सवार तीन बदमाशों ने उनके दो मोबाइल लूट लिए। अब इस घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें बाइक सवार तीन बदमाश नजर आ रहे हैं।

करीब दो महीनों में 17 से ज्यादा बार लूट

पिछले 54 दिनों में बदमाशों ने शहर के पॉश इलाकों में 17 से ज्यादा लूट की वारदातें की हैं। इनमें हबीबगंज, पिपलानी, अवधपुरी, गोविंदपुरा, अयोध्या नगर और बैरागढ़ जैसे इलाके शामिल हैं। बदमाश ऐसे इलाके चुन रहे हैं, जहां से फरार होना आसान हो। इन वारदातों में सबसे ज्यादा मोबाइल फोन छीने गए हैं। इसके अलावा 5 बार सोने की चेन और मंगलसूत्र लूटे गए और 2 वारदातों में व्यापारी का बैग भी छीना गया।

सितंबर महीने में लूट की कुछ बड़ी वारदातें इस तरह हुईं है-

  • 9 सितंबर: पिपलानी में 52 साल की महिला से सोने की चेन लूटी गई।

  • 9 सितंबर: अयोध्या नगर में 28 साल की सीमा का फोन लूटा गया।

  • 11 सितंबर: अवधपुरी में 77 साल की महिला से चेन लूटी गई।

  • 12 सितंबर: कोलार में 28 साल की महिला का मंगलसूत्र छीना गया।

  • 20 सितंबर: 26 साल के सचिन कंसाना से मोबाइल फोन लूटा गया।

आईजी के साथ कैसे हुई मोबाइल लूटपाट की घटना

ये घटना चार इमली इलाके में हुई, जो कि सुरक्षा के लिहाज से काफी अहम माना जाता है। पुलिस मुख्यालय भोपाल में पदस्थ इंटेलिजेंस के आईजी आईपीएस आशीष अपनी पत्नी के साथ सैर पर निकले थे, और तभी बाइक पर सवार लुटेरों ने उनका मोबाइल छीन लिया।

जैसे ही पुलिस को इस घटना का पता चला, पूरी टीम सक्रिय हो गई। लेकिन रातभर की कोशिशों के बावजूद लुटेरों का कोई सुराग नहीं मिल पाया। पुलिस ने हबीबगंज थाने में शिकायत दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आई है।

क्या हुआ था

यह घटना मंगलवार रात करीब 10 बजे की है। जब डॉ. आशीष और उनकी पत्नी सैर करने के लिए बाहर निकले थे, तभी तीन बाइक सवार युवकों ने उनके पास पहुंचकर उनका मोबाइल छीन लिया और फरार हो गए। बाइक सवार लुटेरे कोलार गेस्ट हाउस तिराहे से चुना भट्टी की दिशा में भाग गए। यह घटना न केवल एक साधारण लूट थी, बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी यह बेहद चौंकाने वाली थी, क्योंकि यह हाई सिक्योरिटी जोन में हुई थी,जो ये बताता है कि अपराधी अब किसी भी इलाके में अपनी वारदात को अंजाम देने से नहीं डरते।

रात भर लुटेरों को खोजती रही पुलिस

जैसे ही घटना की जानकारी पुलिस महकमे को मिली, क्राइम ब्रांच समेत पांच थानों की पुलिस टीम तुरंत सक्रिय हो गई। लुटेरों को पकड़ने के लिए पूरी रात खोजी अभियान चलाया गया, लेकिन देर रात तक कोई सुराग नहीं मिल पाया। घटना के तुरंत बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी।

सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट पर

पुलिस के मुताबिक, मोबाइल में काफी संवेदनशील और गोपनीय जानकारी हो सकती है। इस वजह से अब सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट हो गई हैं। पुलिस ने बताया कि इस वारदात के बाद वो इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है ताकि बदमाशों की पहचान हो सके। अधिकारियों का कहना है कि पुलिस पूरी कोशिश कर रही है कि जल्दी से जल्दी आरोपियों को पकड़ लिया जाए और हर पहलू पर काम किया जा रहा है।

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पुलिस और सुरक्षा पर सवाल

इस घटना ने राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। राजधानी के इस हाई सिक्योरिटी जोन में इस तरह की घटना के घटित होने से न केवल भोपाल पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे हैं, बल्कि नागरिकों के बीच भी असुरक्षा का माहौल बना है। यह घटना यह दिखाती है कि अपराधी किसी भी इलाके में अपनी करतूत को अंजाम दे सकते हैं, चाहे वह कितना भी सुरक्षित क्यों न हो।

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 फोन चोरी या ऐसी घटना का शिकार होने से कैसे बचें

पुलिस में शिकायत दर्ज करें: नजदीकी पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज करें। मोबाइल का IMEI नंबर, मॉडल, और चोरी का विवरण प्रदान करें।

सिम कार्ड ब्लॉक करें: अपने नेटवर्क प्रदाता से संपर्क करके सिम कार्ड को ब्लॉक करवाएं ताकि कोई इसका दुरुपयोग न कर सके।

IMEI नंबर के जरिए ट्रैक करें: पुलिस को IMEI नंबर दें, जिससे मोबाइल को ट्रैक करने में मदद मिल सकती है। IMEI नंबर (*#06# डायल करके या मोबाइल के बॉक्स पर) मिलता है।

ऑनलाइन पोर्टल पर शिकायत करें: भारत में CEIR (Central Equipment Identity Register) पोर्टल पर जाकर मोबाइल चोरी की शिकायत दर्ज करें। वेबसाइट: ceir.gov.in

डिवाइस लॉक/डेटा मिटाएं: अगर आपके फोन में Find My Device (Android) या Find My iPhone (iOS) सक्रिय है, तो डिवाइस को लॉक करें या डेटा रिमोटली मिटाएं।

बैंक और ऐप्स को सूचित करें: बैंक, UPI, और अन्य संवेदनशील ऐप्स को सूचित करें ताकि कोई अनधिकृत लेनदेन न हो। पासवर्ड बदलें।

सोशल मीडिया/अकाउंट सिक्योर करें: अपने Google, Apple, या अन्य अकाउंट के पासवर्ड बदलें और 2FA (Two-Factor Authentication) सक्रिय करें।

दोस्तों/परिवार को सूचित करें: चोर आपके नंबर का दुरुपयोग करके ठगी कर सकता है, इसलिए अपनों को सतर्क करें।

सुझाव: भविष्य में मोबाइल का डेटा बैकअप रखें, ट्रैकिंग ऐप्स इंस्टॉल करें, और स्क्रीन लॉक/पासवर्ड का उपयोग करें।यदि आपको और सहायता चाहिए, तो विशिष्ट जानकारी प्रदान करें, जैसे फोन का प्रकार या स्थान।

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