राजधानी भोपाल के सतपुड़ा भवन स्थित शिक्षा सचिवालय के तकनीकी शिक्षा विभाग में पदस्थ रहे जूनियर ऑडिटर रमेश हिंगोरानी के बंगले पर लोकायुक्त ने छापा मारकर करोड़ों की अवैध संपत्ति का खुलासा किया है। लोकायुक्त टीम को इस छापेमारी में अवैध गतिविधियों के सबूत भी मिले हैं।
रमेश हिंगोरानी भोपाल के बैरागढ़ में रहते हैं। लोकायुक्त की टीम ने छापे के दौरान गांधीनगर स्थित लक्ष्मी देवी विकयोमल सर्राफ हायर सेकंडरी स्कूल और किरण प्रेरणा स्कूल का दौरा भी किया। इन संस्थानों के संबंध में हिंगोरानी परिवार के भ्रष्टाचार में लिप्त होने की जानकारी मिली है।
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करोड़ों की संपत्ति का खुलासा
रमेश हिंगोरानी के परिवार द्वारा रियल एस्टेट में किए गए निवेश की जांच में खुलासा हुआ कि हिंगोरानी के पास कई महंगी कारें हैं। जिसमें एक क्रेटा और स्कॉर्पियो सहित कुल चार वाहन और पांच महंगे दोपहिया वाहन शामिल हैं। इसके अलावा, भारी मात्रा में डायमंड और गोल्ड ज्वेलरी भी बरामद की गई है।
सरकारी जमीन पर भी किया है कब्जा
रमेश हिंगोरानी और उसके बेटों योगेश तथा निलेश पर आरोप है कि उन्होंने गांधीनगर क्षेत्र में करोड़ों रुपए की सरकारी जमीन पर कब्जा कर उसे बेचने का प्रयास किया। हिंगोरानी द्वारा सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनाए गए शादी गार्डन को दो वर्ष पूर्व लोकायुक्त के आदेश पर जिला प्रशासन द्वारा ध्वस्त किया गया था।
शैक्षणिक संस्थानों में है एकाधिकार
रमेश हिंगोरानी और उसके बेटों ने लक्ष्मी देवी विकयोमल सराफा एजुकेशन सोसाइटी के तीन स्कूलों पर भी अपना एकाधिकार बना रखा है। बता दें कि सरकारी कर्मचारी को लाभ के पद पर रहने का अधिकार नहीं है, इसके बावजूद रमेश ने अपने दोनों बेटों को बिना योग्यताओं के समिति के स्कूलों का संचालक बना दिया है। इस तरह, उन्हें भारी मात्रा में वेतन भी दिया जा रहा है।
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