सांसद-विधायकों के विरोध के बीच भोपाल की हजार से ज्यादा लोकेशन पर रेट बढ़ना तय
1 अप्रैल 2025 से भोपाल में प्रॉपर्टी की कीमतों में बढ़ोतरी होगी। 1283 लोकेशन पर कलेक्टर गाइडलाइन औसतन 14% तक बढ़ाई जा रही है। जानिए, किन क्षेत्रों में दरें बढ़ेंगी और इसका बाजार पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
भोपाल में 1 अप्रैल 2025 से प्रॉपर्टी खरीदना महंगा हो जाएगा। जिला मूल्यांकन समिति की बैठक में कलेक्टर गाइडलाइन में औसतन 14% तक वृद्धि का फैसला लिया गया। हालांकि, विभिन्न संगठनों और आम जनता की आपत्तियों के बावजूद इसमें मामूली बदलाव किया गया। कलेक्टर गाइडलाइन की दरों में औसतन 18% वृद्धि प्रस्तावित थी, जिसे विरोध के बाद घटाकर 14% किया गया। हालांकि, यह कटौती महज 4% ही की जा रही है, जो पिछले साल की तुलना में दोगुनी है।
बैठक 5 सालों के आंकड़े पेश किए
बैठक में भोपाल समेत 12 जिलों के पिछले 5 सालों के आंकड़े प्रस्तुत किए गए। इनमें अशोकनगर, बालाघाट, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, ग्वालियर, हरदा, इंदौर, जबलपुर, खंडवा, मंडला और पन्ना शामिल थे। इन आंकड़ों के आधार पर कहा गया कि अन्य जिलों की तुलना में भोपाल में दरें कम बढ़ाई गई हैं।
1283 लोकेशन पर 5% से 300% तक वृद्धि
भोपाल में 2887 लोकेशन में से 1283 में 5% से 300% तक दरें बढ़ाने का प्रस्ताव है। कोलार और होशंगाबाद रोड पर सबसे अधिक आपत्तियां दर्ज की गईं, लेकिन फिर भी वहां दरों को बनाए रखा गया। जबकि 1601 लोकेशनों पर किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया गया।
विरोध के बावजूद लागू होंगी नई दरें
कलेक्टर ने फाइनल प्रस्ताव पंजीयन विभाग को भेज दिया है, जहां से अंतिम स्वीकृति मिलने के बाद 1 अप्रैल 2025 से नई दरें प्रभावी हो जाएंगी। पहले यह बैठक 23 मार्च को होनी थी, लेकिन विरोध के कारण 27 मार्च को आयोजित की गई। हालांकि अभी भी इसका विरोध हो रहा है।
विधायक भगवानदास सबनानी ने दरों के बढ़ने पर कहा कि यह मध्यम वर्गीय और कर्मचारियों का शहर है, इतनी वृद्धि सही नहीं है। इससे पीएम आवास योजना पर असर पड़ेगा। वहीं भोपाल के सांसद आलोक शर्मा ने कहा कि गाइडलाइन (Bhopal collector Guidelines) दरों की समीक्षा होनी चाहिए। अन्य राज्यों की तुलना में दरें काफी अधिक बढ़ाई जा रही हैं।