BHOPAL. राजधानी भोपाल में एक निजी स्कूल के हॉस्टल में 8 साल की मासूम बच्ची से रेप के मामले ( Bhopal rape case ) में बड़ी कार्रवाई हुई है। इस मामले में पूरी तरह संदिग्ध भूमिका में नजर आने वाले मिसरोद थाने के एसआई प्रकाश सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। मंगलवार को पुलिस ने उसे हिरासत में लिया।
कोर्ट में जमानत याचिका स्वीकार की
एसआई राजपूत पर पीड़ित बच्ची की मां पर दबाव बनाने और उसे धमकाने के आरोप हैं। घटना के बाद उसे सस्पेंड किया गया था। मंगलवार को पुलिस ने आरोपी स्कूल संचालक मिनिराज और प्रकाश सिंह राजपूत को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया। जानकारी के अनुसार, राजपूत ने देर शाम विशेष न्यायाधीश की कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की थी, जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया। हालांकि, राजपूत की रिहाई को लेकर जानकारी नहीं मिल सकी है।
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सवालों के घेरे में भूमिका
दरअसल, इस पूरे मामले में मिसरोद थाने के सब इंस्पेक्टर प्रकाश सिंह राजपूत की भूमिका सवालों के घेरे में रही है। उस पर कई आरोप हैं। लोकायुक्त पुलिस ने मिसरोद थाने के इसी सब इंस्पेक्टर प्रकाश सिंह राजपूत को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा था। राजपूत ने थाने से जमानत देने के एवज में एक युवक से 10 हजार रुपए की डिमांड की थी। बाद में 8 हजार रुपए में बात पक्की हुई। रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद राजपूत को सस्पेंड कर दिया गया था।
कारनामों की लंबी फेहरिस्त
सब इंस्पेक्टर प्रकाश सिंह राजपूत की कारगुजारियों की फेहरिस्त लंबी है। रिश्वत कांड में पकड़े जाने के बाद उसे सस्पेंड कर दिया गया था, लेकिन उसने सेटिंग कर फिर मिसरोद थाने में पदस्थापना ले ली थी। बच्ची से रेप केस के पहले भी सब इंस्पेक्टर के कारनामे सामने आते रहे हैं।