नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी NHAI भोपाल में दो बड़े विकास प्रोजेक्ट शुरू करने जा रहा है। यह काम आने वाले 6 महीने में शुरू हो जाएगा। जानकारी के मुताबिक, इस प्रोजेक्ट को बनाने में कुल 2411 करोड़ रुपए खर्च होंगे। फोरलेन बाईपास को 6 लेन में बदला जाएगा। वहीं, रत्नीगिरी से मोरिकोडी रोड को फोरलेन में बदला जाएगा।
अयोध्या बाईपास का विकास
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने 8 महीने पहले छह लेन के अयोध्या बाईपास को मंजूरी दी थी। तब से एनएचएआई टेंडर समेत अन्य प्रक्रियाओं में जुटी है। 4 लेन के बाईपास को छह लेन में तब्दील किए जाने से एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। सिंधिया चौराहे से रत्नागिरी तिराहा तक 16.43 किलोमीटर लंबे मौजूदा 4 लेन के बाईपास को छह लेन के बाईपास में बदला जाएगा। इस पर कुल 1315.25 करोड़ रुपए खर्च होंगे। छह लेन के एनएच-46 के छह लेन के बाईपास में तब्दील होने के बाद एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन की कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी। इस प्रोजेक्ट में कुल 8 फ्लाईओवर और 1 एलिवेटेड कॉरिडोर भी बनाया जाएगा। फिलहाल अयोध्या बाईपास चार लेन का है
राजधानी का दूसरा सिक्सलेन
बता दें कि भोपाल में यह दूसरा सिक्स लेन होगा, जिसका काम अगले कुछ महीनों में शुरू हो जाएगा। पहला 15.10 किलोमीटर लंबा सिक्स लेन कोलार में बन रहा है। इस प्रोजेक्ट में सिक्स लेन के साथ-साथ पेव्ड शोल्डर भी शामिल हैं। 8 फ्लाईओवर और एक रेलवे ओवरब्रिज यानी आरओबी भी बनाया जाएगा। कुल 58 जंक्शन होंगे। 3 वायडक्ट, 70 शेल्टर, 32 पुलिया बनाई जाएंगी।
सिक्स लेन के क्या होंगे फायदे?
अयोध्या बाईपास को फोर लेन से सिक्स लेन में बदलने के फायदे की बात करें तो कानपुर से आने वाले और भोपाल बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट जाने वाले वाहन बिना किसी रुकावट के पहुंच सकेंगे। इसके अलावा गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र से आने वाले ट्रैफिक को भी फायदा होगा, जो कानपुर और कांडला की तरफ जाना चाहते हैं। पुराने शहर और बैरागढ़ जाने वाले लोगों को भी सुविधा मिलेगी। एयरपोर्ट जाने वाले लोगों को बेहतर रूट मिलेगा। भोपाल रेलवे स्टेशन के आसपास ट्रैफिक की समस्या रहती है। ऐसे में अगर किसी को कानपुर जाना है तो वह बिना ट्रैफिक के इस रूट से गुजर सकता है।
भोपाल के रत्नागिरी चौराहे से विदिशा के मोरिकोड़ी तक एनएच-146 को फोरलेन में बदला जाएगा। यह 42.02 किलोमीटर लंबा होगा। इसके निर्माण पर कुल 1096 करोड़ रुपए खर्च होंगे। अभी यह दो लेन वाली सड़क है।