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MP News: एक तरफ़ जहां महिलाओं की हर क्षेत्र में प्रगति की सराहना की जा रही है, वहीं मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक हैरान करने वाली बात सामने आ रही है।
यहां क्राइम की दुनिया में महिला अपराधियों की संख्या लगातार बढ़ रही है।हत्या, चोरी, लूट,हनीट्रैप जैसे संगीन मामलों में महिलाओं की पहुंच बढ़ रही है। भोपाल की पुलिस हिस्ट्रीशीटर और गुंडा लिस्ट में महिला अपराधियों की संख्या में हो रहे इजाफे से हैरान है। चोरी, नकबजनी, हत्या, ब्लैकमेलिंग, जालसाजी, लूटपाट, ड्रग तस्करी और यहां तक की मानव तस्करी जैसे गंभीर अपराधों में अब महिलाओं की भूमिका भी तेजी से बढ़ रही है।
पुराने शहर में सक्रिय हैं सबसे ज्यादा महिला अपराधी
भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने बताया कि पुराने शहर के थाने जैसे ऐशबाग, निशातपुरा, तलैया, टीलाजमालपुरा, हनुमानगंज, छोला मंदिर, गौतम नगर और जहांगीराबाद में महिला अपराधियों की संख्या सबसे ज्यादा है। यहां महिलाएं न केवल स्थानीय अपराधों में बल्कि अंतरराज्यीय अपराधों में भी लिप्त पाई गई हैं।
महिला अपराध की प्रमुख घटनाएं
गहने चुराने के साथ बच्चा चोरी
जनवरी 2025 में कोहेफिजा पुलिस ने अंजली, नगमा नायडू, ज्योति गोला और मधु नायडू को गिरफ्तार किया। ये महिलाएं शादी-समारोह में गले लगने के बहाने जेवर चुराती थीं। जांच में पता चला कि दिल्ली से इन्होंने एक बच्चा भी चुराया था। इनके खिलाफ उड़ीसा में भी 40 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं।
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मानव तस्करी: 50 हजार में बेची महिला
सितंबर 2024 में हबीबगंज पुलिस ने तीन महिलाओं और एक खरीदार को गिरफ्तार किया, जिन्होंने भोपाल की एक महिला को नौकरी के बहाने राजसमंद (राजस्थान) में 50 हजार रुपए में बेच दिया। खरीदार ने पीड़िता से शादी की और एक माह से अधिक समय तक दुष्कर्म किया।
सबसे चर्चित महिला अपराधी: रज्जो उर्फ रजिया खान
हिस्ट्रीशीटर महिला अपराधियों में ऐशबाग निवासी रजिया खान उर्फ रज्जो का नाम सबसे ऊपर आता है। इस पर 19 गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें चोरी, लूट और जालसाजी शामिल हैं। उसे हाल ही में टीला जमालपुरा क्षेत्र से तब पकड़ा गया जब वह एक घर में दूसरी बार चोरी करने पहुंची थी। रज्जो के आपराधिक रिकॉर्ड भोपाल के ऐशबाग, श्यामला हिल्स, शाहजहांनाबाद, हनुमानगंज, जहांगीराबाद, गौतम नगर, अशोका गार्डन, निशातपुरा, छोला मंदिर के अलावा इंदौर के प्रसिद्ध सर्राफा थाना क्षेत्र तक फैले हुए हैं।
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बुर्का गैंग
ऐशबाग की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में महिलाओं का एक गैंग बुर्का पहनकर एक घर में घुसा और महिला व उसके बेटे की गर्दन पर छुरी रखकर ढाई लाख रुपये व जेवर लूट लिए। इस बुर्का गैंग को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। आरोपियों ने घर की महिला और उसके बेटे को चाकू की नोक पर धमकाते हुए करीब ढाई लाख रुपये नकद और कीमती आभूषण लूट लिए। पुलिस ने इस घटना के कुछ ही समय बाद आरोपित महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया, जिन्हें स्थानीय लोगों ने ‘बुर्का गैंग’ नाम दिया है।
40 वारदातों में लिप्त 4 महिलाएं
भोपाल के कोहेफिजा थाना क्षेत्र में चार महिलाओं का एक गिरोह पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है। इन महिलाओं – अंजली, नगमा, ज्योति और मधु – की पहचान शादी समारोहों में शामिल होने के बहाने चोरी करने वाली पेशेवर अपराधियों के रूप में हुई है। देखने में सामान्य लगने वाली ये महिलाएं समारोह में पहुंचकर बड़ी चालाकी से मंगलसूत्र, अंगूठी और चेन जैसे कीमती गहने चुरा लेती हैं और भीड़ का फायदा उठाकर मौके से फरार हो जाती हैं। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, यह गिरोह अब तक 40 से अधिक घटनाओं को अंजाम दे चुका है।
कंगन चोर और हनीट्रैप एक्सपर्ट: भोपाल की नई महिला अपराधी प्रोफाइल
कोहेफिजा की यह चौकाने वाली कहानी ही नहीं, नगमा और रशीदा भी अपराध की दुनिया में अलग ही पहचान बना चुकी हैं। पहले स्मैक के व्यापार में लिप्त रहीं ये महिलाएं अब ज्वेलरी शॉप से सोने के कंगन चुराने के मिशन में लगी हुई हैं। पुलिस को शक है कि ये महिलाओं की एक संगठित चोरी गैंग का हिस्सा हो सकती हैं।
वहीं दूसरी ओर, भोपाल की दो बहनों सौम्या और मोनिका की कहानी कुछ और ही बयां करती है। ये दोनों अब तक कई हनीट्रैप मामलों में शामिल पाई गई हैं। ये पहले शिकार को अपने जाल में फंसाती हैं, फिर भावनात्मक और सामाजिक दबाव बनाकर लाखों रुपये की वसूली करती हैं। एक मामले में तो इन्होंने एक ही व्यक्ति से 27 लाख रुपये की ठगी की थी। पुलिस दोनों को लंबे समय से ट्रैक कर रही है।
वहीं दूसरी ओर, भोपाल की दो बहनों सौम्या और मोनिका की कहानी कुछ और ही बयां करती है। ये दोनों अब तक कई हनीट्रैप मामलों में शामिल पाई गई हैं। ये पहले शिकार को अपने जाल में फंसाती हैं, फिर भावनात्मक और सामाजिक दबाव बनाकर लाखों रुपये की वसूली करती हैं। एक मामले में तो इन्होंने एक ही व्यक्ति से 27 लाख रुपये की ठगी की थी। पुलिस दोनों को लंबे समय से ट्रैक कर रही है।
पुलिस की रणनीति
पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र के अनुसार, सभी हिस्ट्रीशीटर महिला अपराधियों पर निगरानी रखी जा रही है। इन्हें समय-समय पर थानों में बुलाकर पूछताछ की जाती है, ताकि पुनरावृत्ति को रोका जा सके।
चार साल में 90 से ज्यादा महिला अपराधी गिरफ्तार
भोपाल क्राइम ब्रांच ने पिछले चार वर्षों में 90 से ज्यादा महिला अपराधियों को गिरफ्तार किया है। वहीं, थानों द्वारा 200 से अधिक महिलाओं को विभिन्न मामलों में गिरफ्तार किया गया। इनमें से कई महिलाएं बार-बार अपराध करने वालों की सूची में दर्ज हैं।