संजय गुप्ता. INDORE. लोकसभा चुनाव ( Lok Sabha Elections ) में 400 पार का मिशन लेकर उतरी बीजेपी इसे पूरा करने के लिए पूरी तरह संजीदा दिख रही है। कांग्रेस जहां आर्थिक संकट में हैं और चुनाव फंड से जूझ रही है, उधर बीजेपी ने प्रत्याशियों को चुनाव खर्च के लिए राशि देना भी शुरू कर दिया है।
बीजेपी ने पार्टी फंड से 40 लाख रुपए दिए
इसका खुलासा खुद धार प्रत्याशी व पूर्व सांसद सावित्री ठाकुर के हलफनामे से हो गया है। द सूत्र ने जब सभी प्रत्याशियों के शपथपत्र देखे तो इसमें ठाकुर द्वार दी गई जानकारी से सामने आया कि उन्हें बीजेपी ने चुनाव फंड के तौर पर 40 लाख रुपए मिले हैं।
सभी प्रत्याशियों को दिए जा रहे हैं फंड
बीजेपी की ओर से सभी प्रत्याशियों को चुनावी फंड के लिए मदद की जा रही है। खासकर वहां जहां पर खुद पीएम मोदी सभा करने जा रहे हैं। धार में भी पीएम की सभा होने जा रही है। पीएम के कार्यक्रम के लिए भी जो खर्च होगा, उसमें भी कुछ राशि प्रत्याशी के फंड से कटेगी। बीते चुनाव के दौरान इंदौर में भी शंकर लालवानी को पार्टी फंड से 50 लाख रुपए मिले थे।
फंड कितना यह व्यय रजिस्टर से ही आता है सामने
सामान्य रूप से पार्टी से कितना फंड मिला और इसका क्या हुआ? यह जानकारी प्रत्याशी के प्रचार शुरू करने के बाद आय-व्यय रजिस्टर से ही सामने आता है। मोटे तौर पर देखा गया है कि बीजेपी 40 से 50 लाख रुपए का चुनावी फंड प्रत्याशियों को देती है।
ठाकुर ने गलती से शपथपत्र में चुनाव फंड को लोन में दिखाया
सावित्री ठाकुर ने अपने शपथपत्र भरने में यह गलती की है, उन्होंने पार्टी से मिलने चुनावी फंड को अपने ऊपर बाकी दायित्व, देनदारी के कॉलम में दिखाया। उन्होंने बताया कि उनके ऊपर कृषि ऋण 18 लाख, आभूषण ऋण 10 लाख और बीजेपी से चुनावी फंड का दायित्व 40 लाख रुपए है। इस तरह कुल 68 लाख का दायित्व है।
कांग्रेस के प्रत्याशी धन के लिए तरसे
उधर धार के ही कांग्रेस प्रत्याशी राधेश्याम मुवैल की बात करें तो वह अभी धन के संकट से जूझ रहे हैं। दो दिन पहले धार में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के साथ हुई बैठक में मुख्य जोर चुनाव खर्च करने पर ही था, जिसमें मुवैल ने आर्थिक मदद भी मांगी, जिस पर सिंघार ने यहां तक कह दिया था कि मैं कैसे करूं। उधर, बीजेपी ने अपनी प्रत्याशी को 40 लाख रुपए नामांकन भरने के पूर्व ही दे दिए हैं।
पार्टी आदिवासी क्षेत्रों मे फोकस कर रही
बीजेपी आदिवासी क्षेत्रों मे किसी तरह की कोताही नहीं बरत रही है। धार संसदीय सीट की 8 विधानसभा में सें पांच कांग्रेस के पास है। धार अभी इंदौर, विदिशा की तरह बीजेपी की पंरपरागत सीट नहीं बनी है, यह कांग्रेस के पक्ष में अधिक रही है। ऐसे में मालवा-निमाड़ की तीनों आदिवासी सीट धार, रतलाम-झाबुआ और खरगोन पर बीजेपी फोकस कर रही है। कांग्रेस को भी इन सीटों से उम्मीद है।
सावित्री का ही नाम मतदाता सूची में गलत
उधर सावित्री ठाकुर के शपथपत्र से यह भी सामने आया कि उनका नाम ही मतदाता सूची में गलत छपा है। इसकी जानकारी खुद उन्होंने ही लिखित में देते हुए कहा कि उनका नाम मतदाता सूची में सावित्री की जगह शावित्री ठाकुर लिखा हुआ। वह गांव तारापुरा, तहसील धरमपुरी जिला धार में मतदाता सूची में रजिस्टर्ड है। ऐसे में सवाल उठता है कि जिला प्रशासन ने मतदाता सूची में कितना काम किया है, जब पूर्व सांसद का ही नाम गलत छपा है।