दिव्यांग पति ने भाजपा की पूर्व विधायक सोना बाई से मांगा गुजारा भत्ता, बोला- मुझे साथ रखने में शर्म आती

पूर्व विधायक सोना बाई से उनके दिव्यांग पति ने 25 हजार रुपए प्रति माह भरण पोषण की मांग की है। साथ ही, उन्होंने आरोप लगाया कि पत्नी ने उन्हें अपमानित कर छोड़ दिया।

author-image
Amresh Kushwaha
एडिट
New Update
bjp-former-mla-sonabai-husband-alimony
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

दमोह जिले के पथरिया क्षेत्र से भाजपा की पूर्व विधायक सोना बाई के दिव्यांग पति ने अपनी पत्नी से गुजार भत्ता की मांग की है। पूर्व विधायक के पति सेवकराम अहिरवार ने इसके लिए कुटुंब अदालत (Family Court) में अर्जी भी लगाई है। जानें सेवकराम ने क्यों की ऐसी मांग...

ये खबर भी पढ़िए...मंदसौर के पूर्व विधायक राधेश्याम पाटीदार ने टोल मैनेजर के साथ की मारपीट, वीडियो वायरल

पहले था प्यार अब हुई तकरार

सेवकराम ने बताया कि उनकी शादी 1993 में सोना बाई से हुई थी। 2003 में सोना ने राजनीति में कदम रखने का मन बनाया। भाजपा के टिकट पर पथरिया विधानसभा से चुनाव लड़ा।

उनका चुनाव जीतना संभव हुआ क्योंकि सेवकराम ने उनके लिए पूरा समर्थन दिया था। 2003 से 2008 तक सोना बाई विधायक रहीं। इस दौरान उनका विवाहिक जीवन सामान्य था और दोनों साथ मिलकर रहते थे। लेकिन 2009 में जैसे ही सोना बाई का राजनीतिक कद बढ़ा, उनका व्यवहार बदल गया। सेवकराम का कहना है कि सोना ने उन्हें अपमानित करना शुरू कर दिया और फिर कुछ समय बाद उन्हें छोड़ दिया।

ये खबर भी पढ़िए...पूर्व विधायक राकेश गिरी के परिवार ने ग्रीन जोन में खड़ी कर दी कॉलोनी, हाईकोर्ट ने तलब की रिपोर्ट

दुर्घटना ऐसी की मजदूरी भी नहीं कर सकता

2016 में एक दुर्घटना में सेवकराम का एक पैर बुरी तरह से घायल हो गया। वह दिव्यांग हो गए। इसके बाद से वे काम नहीं कर पाते। उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। सेवकराम का कहना है कि उन्हें अब भरण पोषण की सख्त आवश्यकता है क्योंकि वे अब मजदूरी भी नहीं कर सकते।

पति ने दी कुटुंब अदालत में अर्जी

सेवकराम ने कुटुंब अदालत (Family Court) में अर्जी लगाई है। इसमें उन्होंने सोना बाई की पेंशन में से 25 हजार रुपए प्रति माह की मांग की है। उनका कहना है कि उनकी पत्नी के पास 50 हजार रुपए की पेंशन है। मैं केवल आधे पैसे का ही भरण पोषण मांग रहा हूं। सेवकराम का कहना है कि उनकी हालत अब ऐसी है कि उन्हें अपनी पत्नी से आर्थिक सहायता की जरूरत है, ताकि वह अपनी जीवन-यापन की व्यवस्था कर सकें।

ये खबर भी पढ़िए...इंदौर के पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता को आया मंत्री सिंधिया का कॉल, बोले– हो गया अमिताभ की आवाज पर निर्णय

नोटिस मिलने के बाद देंगे जवाब - सोना

सोना बाई का कहना है कि वह कुटुंब अदालत से नोटिस मिलने के बाद ही इस मामले का जवाब देंगी। उनका कहना है कि इस मामले में अदालत में जो भी प्रक्रियाएं होंगी, वह उनका पालन करेंगी। सोना बाई के वकील ने कहा है कि सेवकराम को भरण पोषण देने के लिए न्यायालय से निर्णय लेने की आवश्यकता है।

मेरे साथ रहने में पत्नी को आती है शर्म

सेवकराम ने यह भी आरोप लगाया कि उनके पत्नी के विधायक बनने के बाद उनके व्यवहार में बदलाव आ गया था। वह बड़े नेताओं से मिलने-जुलने लगीं। उनके संपर्क में आने के बाद उन्हें महसूस होने लगा कि सोना उन्हें अब अपने साथ रखने में शर्मिंदा होती थीं।

thesootr links

सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃

🤝💬👩‍👦👨‍👩‍👧‍👧👩

former MLA | मध्य प्रदेश | MP | MP News | Madhya Pradesh Former BJP MLA Sona Bai भाजपा पूर्व विधायक सोना बाई


                                    
                                
                            
MP News Madhya Pradesh मध्यप्रदेश MP दमोह भाजपा मध्य प्रदेश former MLA Family Court अदालत पूर्व विधायक पूर्व विधायक सोना बाई भाजपा पूर्व विधायक सोना बाई