संजय गुप्ता, INDORE. BJP ने मध्य प्रदेश की लोकसभा सीटों की पहली सूची में 29 में से 24 टिकट घोषित किए हैं। इसमें मालवा-निमाड़ की आठ सीटों में से पांच टिकट घोषित हुए हैं। वहीं इंदौर, धार और उज्जैन सीट को होल्ड कर दिया है। घोषित पांच सीट में चार टिकट देवास, मंदसौर, खरगोन व खंडवा रिपीट हुए हैं और वहीं रतलाम-झाबुआ में सिटिंग सांसद गुमान सिंह डामोर का टिकट कट गया है। कुल मिलाकर आदिवासी क्षेत्र में पार्टी बदलाव के मूड में है। रतलाम की तरह धार में भी बदलाव हो सकता है। वह मिशन 370 को लेकर एक-एक सीट पर संजीदा है और किसी को हल्के में नहीं ले रही है।
रतलाम-झाबुआ में मंत्री की पत्नी को टिकट
परिवारवाद की विरोधी रही बीजेपी ने इस बार रतलाम-झाबुआ एसटी सीट से मप्र सरकार में मंत्री व अलीराजपुर विधायक नागर सिंह चौहान की पत्नी अनित नागर सिंह चौहान को टिकट दिया है। मौजूदा सांसद गुमान सिंह डामोर का टिकट काट दिया गया है। इसकी बड़ी वजह बताई जा रही है कि इस एसटी सीट पर इस बार पार्टी को डामोर कमजोर लग रहे थे, यदि कांग्रेस से कांतिलाल भूरिया आते हैं तो डामोर के लिए मुश्किल आ जाती। यहां की आठ विधानसभा सीट में से कांग्रेस के पास तीन सीट, एक सैलाना सीट भारतीय आदिवासी पार्टी (बाप) के पास है बाकी चार सीट बीजेपी के पास है। आदिवासी बेल्ट होने से बीजेपी यहां किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहती थी। अनिता चौहान 15 साल से जिला पंचायत अध्यक्ष है और उनकी खुद की राजनीतिक पकड़ मजबूत है, वहीं पति के मंत्री होने का लाभ भी क्षेत्र से मिलेगा।
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इन सीटों पर वहीं चेहरे
बीजेपी ने देवास एससी सीट से मौजूदा सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी को ही टिकट दिया है, उन्हें अब लगातार दूसरी बार टिकट मिला है। खरगोन एसटी सीट से सांसद गजेंद्र पटेल लगातार दूसरी बार मैदान में होंगे, मंदसौर से दो बार के सांसद सुधीर गुप्ता ( 2014 व 2019 ) को फिर टिकट दिया गया है। उधर खंडवा में बीजेपी सांसद नंदकुमार चौहान के निधन के बाद 2021 उपचुनाव में सांसद बने ज्ञानेशवर पाटिल को फिर बीजेपी ने मौका दिया है।
धार, उज्जैन, इंदौर में अब क्या होने वाला है ?
धार- मौजूदा सांसद छतरसिंह दरबार है, जिनका अब टिक्कट दिक्कत में आ गया है। धार लोकसभा सीट में शामिल आठ विधानसभा में से बीजेपी के पास तीन सीट है, बाकी आदिवासी बेल्ट में बीजेपी मुश्किल में हैं। यहां से रंजना बघेल, शिवराम कन्नौज, सावित्री ठाकुर जैसे दावेदारों के नाम है।
उज्जैन- यहां से सांसद अनिल फिरोजिया है जो अभी होल्ड हो गए हैं। सीएम का यह गृह जिला है, ऐसे में अब नया प्रत्याशी कौन हो सकता है यह देखना रोचक होगा। वैसे दावेदारों में अभी भी फिरोजिया ही मजबूत है, इसके बाद सुरेश गिरी, प्रभुलाल जाटवा के भी नाम दावेदारों में है। यह एससी सीट है। फिरोजिया के पहले 2014 में बीजेपी के चिंतामण मालवीय सांसद थे। इसके पहले 2009 में कांग्रेस के प्रेमचंद गुड्डु जीते थे।
इंदौर- यहां से अभी सांसद शंकर लालवानी है। यह सीट लगातार नौ बार से यानि 35 साल से बीजेपी के पास है। यहां कोई भी प्रयोग बीजेपी भविष्य की राजनीति के हिसाब से ही करेगी। संभावना महिला उम्मीदवार की अधिक बन रही है।