मप्र के कैबिनेट मंत्री के करीबी कन्फेक्शनरी कारोबारी संजय जैसवानी के खिलाफ कोर्ट के परिवाद के बाद दर्जन भर धाराओं में केस दर्ज हुआ है। इसमें धोखाधड़ी, लूट सहित कई गंभीर धाराएं हैं। अब इस मामले में रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज से निकले दस्तावेज से एक और बड़ा खुलासा हो रहा है। जैसवानी के ग्रुप पर रशियन नागरिक गौरव अहलावत की कंपनी जीआरवी बिस्किट प्रालि को अपने नाम कराने का आरोप है। अब इसमें खुलासा हुआ है कि इसी कंपनी को गिरवी रख वह बैंक से 116 करोड़ का बैंक लोन उठा रहा है।
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इस बैंक से कर दिया आवेदन, गिरवी रखी कंपनी
केम्को च्यू कंपनी, जिसमें गिरीश वाधवानी, अंशु डेम्बला, करतार सिंह डायरेक्टर हैं। इस कंपनी द्वारा एचडीएफसी बैंक पर दो नवंबर 2024 को 116 करोड़ रुपए का बैंक लोन लेने की प्रक्रिया की गई है। इस लोन के लिए उसने बंधक के तौर पर जीआरवी कंपनी को गिरवी रखा है। अहलावत ने जब केम्को कंपनी और जीआरवी कंपनी दोनों के रजिस्ट्रार ऑफ कंपनी से दस्तावेज निकाले तो इसमें यह खुलासा हुआ। अहलावत ने कहा कि इस लोन को रोका जाना जरूरी है। इसके लिए हम कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं, क्योंकि जिस कंपनी का कब्जा ही गलत हुआ है। केस चल रहा है, तो फिर बैंक लोन कैसे हो सकता है? यदि यह लोन मंजूर हो गया तो फिर कंपनी ही हमारे हाथ से निकलकर बैंक के पास चली जाएगी।
जीआरवी ही वह कंपनी जिसे लेकर पूरा विवाद
उल्लेखनीय है कि जीआरवी ही वह कंपनी है जिसे लेकर रशियन नागरिक गौरव अहलावत और जैसवानी ग्रुप के बीच भारी विवाद चल रहा है। इसी मामले में सीए को भी बंधक बनाकर पीटा गया था, जिसमें भी जैसवानी के खिलाफ केस हुआ। अहलावत का आरोप है कि जैसवानी ग्रुप ने उनके शेयर होल्डिंग पुराने स्टांप पर धोखाधड़ी कर बदल दिए और फैक्टरी पर कब्जा कर लिया। वहीं, जैसवानी ने भी तीन करोड़ के ट्रांजैक्शन को लेकर अहलावत पर धोखाधड़ी का केस कराया है।
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ग्रुप की विविध कंपनियों पर इतना बैंक लोन
- खालसा न्यूट्रियस इंडिया प्रालि - 101 करोड़ रुपए
- जीआरवी बिस्किट्स प्रालि - 11 करोड़
- केम्को च्यू फूड प्रालि - 245 करोड़ रुपए
- सकाना भारत ट्वाय कैंडी प्रालि - 3 करोड़ रुपए
जिला कोर्ट से याचिकाएं खारिज, हाईकोर्ट जा रहे
उधर, अहलावत के आवेदन पर कोर्ट के आदेश से लसूडिया थाने में जैसवानी सहित कई लोगों पर केस दर्ज हुआ है। अब आरोपी अग्रिम जमानत के लिए कोर्ट गए हैं। इसमें कंचन जीवनानी की जमानत हाल ही में जिला कोर्ट से खारिज हो गई है। वहीं, नितिन जीवनानी, विजय जैसवानी, यतींद्र जोशी, संजय जैसवानी व अन्य हाईकोर्ट गए हैं। इसमें नितिन, विजय, यतींद्र को अभी हाईकोर्ट से राहत मिली है कि उनके खिलाफ कोई कोएर्सिव एक्शन न लिया जाए।
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