इंदौर के महू सैन्य क्षेत्र में गैरिसन इंजीनियर इन्फैंट्री पर सीबीआई का छापा
महू स्थित सैन्य प्रतिष्ठान गैरिसन इंजीनियर इन्फैंट्री स्कूल में सीबीआई ने गुरुवार सुबह 9 बजे रेड मारी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एसपी और डीएसपी रैंक के 7 से अधिक अधिकारी यहां तीन कार से पहुंचे।
इंदौर के पास महू के सैन्य क्षेत्र में CBI ने गुरूवार को सुबह गैरिसन इंजीनियर इन्फैंट्री स्कूल में छापा मारा। यहां कुल 3 कारों से 7 के करीब एसपी और डीएसपी रैंक के अफसर पहुंचे। इसके बाद उन्हाेंने यहां पर कई फाइलें खंगालनी शुरू की और मामले की पड़ताल शुरू की। बताया गया कि गैरिसन इंजीनियर इन्फेंट्री स्कूल बुनियादी ढ़ांचे के विकास कार्यों की देख रेख और निर्माण कार्य करता है। ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि सीबीआई की रेड सड़क निर्माण कार्य सहित अन्य बुनियादी ढ़ांचे के कार्यों में हुई लापरवाही और भ्रष्टाचार को लेकर हुई है। हालांकि पूरी जानकारी रेड पूरी होने के बाद ही सामने आ सकेगी। इस रेड को लेकर अभी तक सीबीआई की तरफ से कोई भी जानकारी जारी नहीं की गई है।
यह है पूरा मामला
महू स्थित सैन्य प्रतिष्ठान गैरिसन इंजीनियर इन्फैंट्री स्कूल में सीबीआई ने गुरुवार सुबह 9 बजे रेड मारी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एसपी और डीएसपी रैंक के 7 से अधिक अधिकारी यहां तीन कार से पहुंचे। वे कई फाइलों की जांच कर रहे हैं। गैरिसन इंजीनियर कार्यालय सैन्य क्षेत्र में सड़क निर्माण, पाइप लाइन, पानी की टंकी और फुटपाथ जैसे बुनियादी ढांचे के विकास कार्यों की देखरेख करता है। सूत्रों के अनुसार, इन निर्माण कार्यों में हुए घोटाले की जांच के लिए सीबीआई टीम यहां पहुंची है।
इस सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार किए जाने के लगे थे आरोप
सीबीआई की छापेमारी की खबर फैलते ही महू कैंट के अन्य कार्यालयों में भी हलचल मच गई है। जांच एजेंसी के अधिकारी कार्यालय में मौजूद रहे और जांच प्रक्रिया जारी रही। आर्मी क्षेत्र में आने वाले माल रोड़ पर तीन से चार महीने पहले राम मंदिर से लेकर वॉर कॉलेज तक सड़क बनाई गई थी, लेकिन अब यह कई जगह से उखड़ चुकी है। इसकी मिट्टी और चूरी निकल रही है, जिसके चलते स्लिप होकर रोजाना कई टू व्हीलर चालक घायल हो रहे हैं। यह सड़क आर्मी के एमईएस विभाग के तहत आती है। 3 से 4 महीने पहले ठेकेदार ने इस सड़क का निर्माण किया था।
असल में महू शहर का माल रोड़ सबसे खूबसूरत रोड़ माना जाता है। सुबह और शाम को बड़ी संख्या में आर्मी के अधिकारी और शहर की जनता यहां पर वॉकिंग के लिए जाते हैं। क्योंकि माल रोड़ के दोनों तरफ वॉकिंग के लिए फुटपाथ बनाए गए हैं।
बताते हैं कि ठेकेदार की लापरवाही के चलते सड़क मात्र तीन से चार महीने में ही उखड़ गई। जिसके चलते यहां घूमने आने वाले लोगों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। क्योंकि जब लोग इस मार्ग से वाहन निकालते थे तो सड़क से धूल उड़ने लगती थी। जिसके चलते यहां घूमने आने वाले लोगों को काफी दिक्कत हो रही थी।
मामले में एमईएस अफसरों का कहना था कि हमारे पास सड़क के उखड़ने की जानकारी आई है। सड़क बनाने वाले संबंधित ठेकेदार से चर्चा की गई है। सड़क उखड़ने का यह कारण भी सामने आया है कि इन दिनों कई बड़े वाहन इस मार्ग से गुजर रहे हैं, जिसके चलते सड़क उखड़ी है। ठेकेदार द्वारा फिर से सड़क का निर्माण कराया जाएगा।