मध्य प्रदेश के मुरैना ( Morena ) की एक आदालत ने चंबल के कुख्यात डकैत ( Dacoit ) गुड्डा गुर्जर को उम्रकैद की सजा सुनाई है। 2017 में गुड्डा गुर्जर और उसके साथियों ने मिलकर जितेंद्र गुर्जर नामक एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसी मामले में कोर्ट ने कुख्यात डकैत गुर्जर को सजा सुनाई है। मामले में शामिल अन्य आरोपियों को पहले ही सजा हो चुकी है। आपको बता दें कि डकैत पर हत्या, लूट और डकैती के 3 दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। बताया जाता है कि उसका खौफ सिर्फ मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि राजस्थान के भी कई जिलों में था।
मामले के जानकारी देते हुए फरियादी के वकील इंदर सिंह गुर्जर ने बताया कि डकैत और उसके साथियों ने अपने साथी भारत गुर्जर को पकड़वाने के शक में जितेंद्र की गोली मारकर हत्या की थी। इसके बाद डकैत गुर्जर और उसके साथियों के खिलाफ नूराबाद में हत्या का मामला दर्ज हुआ था। वकील ने कहा कि गोली मारने के बाद गु्ड्डा फरार हो गया था जबकि पुलिस ने उसके साथियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। डकैत को इस मामले में सजा होनी बाकी थी, जिसे मुरैना के कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाकर डकैत पर 500 रुपए का जुर्माना लगाया है।
2022 में पकड़ाया था डकैत
जानकारी के मुताबिक, ग्वालियर की क्राइम ब्रांच पुलिस ने नवंबर 2022 में मुठभेड़ के बाद डकैत गुर्जर को गिरफ्तार किया था। यह मुठभेड़ ग्वालियर से 40 किलोमीटर दूर एक जंगल में हुई थी। इस दौरान दोनों ओर से हुई करीब 100 राउंड फायरिंग के बाद डकैत गुर्जर को गिरफ्तार किया गया था। उस समय गुर्जर के पैर में लगी थी जबकि उसके अन्य साथी फरार हो गए थे।
राजस्थान तक था डकैत का आतंक
बताया जाता है कि डकैत गुड्डा गुर्जर और उसके साथियों का आतंक सिर्फ ग्वालियर-चंबल तक ही नहीं बल्कि राजस्थान तक फैला हुआ था। गुर्जर के खिलाफ इन इलाकों के थानों में हत्या, लूट और डकैती के 3 दर्जन से भी ज्यादा मामले दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि गुड्डा को शक था कि जितेंद्र ने उसके एक साथी को पड़कवाने में पुलिस की मदद की थी और इसी कारण उसने घटना को अंजाम दिया था।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक