मोहन सरकार का एक साल, 11 दिसंबर से 26 जनवरी तक जन-कल्याण पर्व
प्रदेश में 11 दिसंबर से 26 जनवरी तक जन-कल्याण अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य सरकारी योजनाओं का लाभ वंचित लोगों तक पहुंचाना है। इसके साथ ही कई विकास कार्य और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में 13 दिसंबर को उनके कार्यकाल के एक वर्ष पूरे होने पर प्रदेशभर में बड़े स्तर पर जन-कल्याण पर्व का आयोजन किया जाएगा। यह अभियान 11 दिसंबर से शुरू होकर 26 जनवरी तक चलेगा। इसमें केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को वंचित लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। अधिकारियों और कर्मचारियों को घर-घर जाकर यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी व्यक्ति सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित न रह जाए।
'अभियान को प्राथमिकता के साथ लागू किया जाए'
मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में हुई समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि इस अभियान को प्राथमिकता के साथ लागू किया जाए। सभी गतिविधियों की मॉनिटरिंग सीएम हेल्पलाइन डैशबोर्ड के माध्यम से की जाएगी।
जन-कल्याण पर्व के दौरान कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और भूमिपूजन किया जाएगा। इनमें पार्वती-कालीसिंध योजना और खंडवा-ओंकारेश्वर सोलर प्लांट शामिल हैं। साथ ही, गीता जयंती उत्सव, तानसेन संगीत समारोह, और भोपाल में वन मेले का भी आयोजन होगा।
कैबिनेट बैठक पचमढ़ी में आयोजित की जाएगी, जो छापामार शैली के युद्ध के लिए प्रसिद्ध जागीरदार राजा भभूत सिंह की स्मृति को समर्पित होगी। इसके अलावा, रातापानी अभयारण्य के पास बाइक रैली और अलीराजपुर की सांडवा माइक्रो सिंचाई योजना का भूमिपूजन भी होगा।
FAQ
जन-कल्याण अभियान का उद्देश्य क्या है?
इस अभियान का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ सभी पात्र लोगों तक पहुंचे।
यह अभियान कब से कब तक चलेगा?
यह अभियान 11 दिसंबर 2024 से 26 जनवरी 2025 तक आयोजित किया जाएगा।
अभियान की मॉनिटरिंग कैसे होगी?
अभियान की मॉनिटरिंग सीएम हेल्पलाइन डैशबोर्ड के माध्यम से मुख्यमंत्री, कलेक्टर और संबंधित अधिकारी करेंगे।
प्रमुख विकास परियोजनाएं कौन-कौन सी हैं?
पार्वती-कालीसिंध योजना, खंडवा-ओंकारेश्वर सोलर प्लांट, और अलीराजपुर की सांडवा माइक्रो सिंचाई योजना।