सीएम मोहन यादव को क्यों याद आई शोले की मौसी, कमलेश शाह को मंत्री बनाने पर ये बोले, देंखे वीडियो

मध्यप्रदेश के अमरवाड़ा विधानसभा में हुए उपचुनाव में बीजेपी को मिली जीत के बाद सीएम मोहन यादव अमरवाड़ा पहुंचे। यहां उन्होंने शोले की मौसी का उदाहरण देते हुए कांग्रेस पर तंज कसा, वहीं कमलेश शाह को मंत्री बनाने के नाम पर ये बोले...

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Jitendra Shrivastava
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मध्यप्रदेश के अमरवाड़ा विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी को मिली जीत के बाद सीएम मोहन यादव अमरवाड़ा पहुंचे। यहां
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्यप्रदेश सरकार में कमलेश शाह को मंत्री बनाने के सवाल पर कहा कि देखिए सरकार 5 साल के लिए है। साल-दो साल तो इस बात की गुंजाइश है कि हम विकास पर ध्यान दें, बाकी यह सब बातें होती रहेंगी। अभी सिर्फ विकास, विकास, विकास। 

हमारा फोकस सिर्फ विकास पर है

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अमरवाड़ा से विजयी बीजेपी प्रत्याशी राजा कमलेश शाह के मंत्री बनाए जाने के सवाल पर कहा कि अभी तो हमारा फोकस सिर्फ विकास पर है यह सब बातें तो होती रहेगी। हम यहां जनता का आभार व्यक्त करने आए हैं। सीएम ने अमरवाड़ा में रैली के माध्यम से मतदाताओं का आभार जताया। इस दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए सीएम मोहन ने कहा कि अमरवाड़ा की जनता ने बीजेपी पर जो विश्वास बताया है उसके लिए आज मैं जनता का आभार व्यक्त करने अमरवाड़ा आया हूं। इसके साथ ही अमरवाड़ा में ही रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव की बैठक लेने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि हम विकास का खाका बनाने में लगे हुए हैं इसलिए आज मैंने चार जिलों की समीक्षा भी की है। 

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शोले के जय-वीरू से कांग्रेस पर हमला

सभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को चुनाव में कैंडिडेट नहीं मिला। कोई कांग्रेस का कार्यकर्ता नहीं मिला। यह हम नहीं, हमारे यहां के बड़े नेता कह रहे थे कि हम घसीट के लाए। शोले की स्टोरी सुनी है। अमिताभ बच्चन, भाई धर्मेंद्र की शादी के लिए तारीफ कर रहे थे। क्या डायलॉग मारा था- मौसी, लड़का तो बहुत सही है, पर कभी-कभी अड्‌डे पर बैठ जाता है, क्या करें ये दारू ऐसी चीज है कि मौका मिले तो पी जाता है, लेकिन बहुत भला है। मौसी ने कहा- तू उसका दुश्मन है या दोस्त, ये बता दे। यह एपीसोड यहां दोहराया गया। कांग्रेस के अंदर मची घमासान के परिणाम समझदारों ने उसी दिन समझ लिए थे कि यहां कांग्रेस की दाल गलने वाली नहीं है, कांग्रेस बुरी तरह हारने वाली है।'

छिंदवाड़ा कांग्रेस और कमलनाथ का गढ़ माना जाता है

लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मार्च में कमलेश शाह ने कांग्रेस छोड़ बीजेपी ज्वाइन कर ली थी। वह 2023 के विधानसभा चुनाव में अमरवाड़ा सीट से निर्वाचित हुए थे। उन्होंने बीजेपी की मोनिका बट्टी को 25 हजार से अधिक वोटों से हराया था। छिंदवाड़ा कांग्रेस और कमलनाथ का गढ़ माना जाता है। अमरवाड़ा सीट पर कांग्रेस 2013 से चुनाव जीतती आ रही है, लेकिन कमलेश शाह के पाला बदलने पर उपचुनाव में कांग्रेस को करारा झटका लगा है। यह झटका न केवल कांग्रेस बल्कि, पूर्व सीएम कमलनाथ के लिए भी है जिनके बेटे नकुलनाथ छिंदवाड़ा सीट से लोकसभा चुनाव हार गए थे।

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