राजस्व कामों में तेजी के लिए सीएम डॉ. मोहन यादव ने राजस्व अभियान शुरू किए हैं। इस अभियान का तीसरा 3.0 चरण 15 नवंबर से शुरू हुआ जो पहले 15 दिसंबर तक था और अब इसे सीएम ने 26 जनवरी तक आगे बढ़ा दिया है। इस अभियान में एक महीने के दौरान सभी जिलों की रैंकिंग सामने आई है।
रैंकिंग में 55 जिलों में यह नंबर 1 और 2
रैंकिंग में सबसे पहले और दूसरे पायदान के लिए नवनिर्मित जिले पांढुर्ना और आदिवासी जिले अलीराजपुर के बीच खींचतान चल रही है। फिलहाल अभी पांढुर्ना जिला नंबर वन पर है, जहां कलेक्टर अजय देव शर्मा है। बता दें कि कलेक्टर अजय इंदौर एडीएम भी रह चुके हैं। वहीं दूसरे नंबर पर अलीराजपुर है जहां कलेक्टर डॉ. अभय बेड़ेकर हैं, वह भी इंदौर में अपर कलेक्टर रह चुके हैं। सबसे निचले 55वें पायदान पर श्योपुर जिला है, उससे ऊपर 54 वें नंबर पर देवास और फिर पन्ना 53 वें नंबर पर है।
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इंदौर की यह है स्थिति
राजस्व काम में संख्या के हिसाब से ज्यादा काम वाले इंदौर जिले की कुल 55 जिलों में 39वीं रैंकिंग है। बड़े जिलों में जबलपुर, भोपाल उससे आगे हैं। प्रदेश के चार महानगरों में से केवल ग्वालियर ही इंदौर से पीछे होकर 52 वें पायदान पर है। रैंकिंग के लिए जिले के नामांतरण, बटांकन, अभिलेख दुरुस्ती, सीमांकन, नक्शा बटांकन जैसे कामों को देखा जा रहा है।
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