राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा को मध्य प्रदेश में मिली बड़ी जिम्मेदारी
मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने परिसीमन की तैयारी शुरू कर दी है, जिसके तहत राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। कमेटी में कुल 7 नेताओं को शामिल किया गया है, जो प्रदेश में परिसीमन की प्रक्रिया को प्रभावी बनाने के लिए काम करेंगे।
लगातार हार से परेशान कांग्रेस अब नए सिरे से अपनी तैयारियों में जुट गई है। इसी के चलते हर जरूरी कदम फूक- फूककर उठा रही है। मध्य प्रदेश में परिसीमन को लेकर भी कांग्रेस पार्टी ने सक्रिय कदम उठाए हैं। पार्टी ने लोकसभा और विधानसभा क्षेत्र के परिसीमन के लिए एक विशेष कमेटी का गठन किया है, जिसकी अध्यक्षता राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा को सौंपी गई है।
कमेटी में कुल 7 नेताओं को शामिल किया गया है, जो प्रदेश में परिसीमन की प्रक्रिया को प्रभावी बनाने के लिए काम करेंगे। सांसद विवेक तन्खा को इस कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है। इसके साथ ही उमंग सिंघार, जेपी धनोपिया, केके मिश्रा, अभय मिश्रा, साहब सिंह गुर्जर, वीके बाथम को इस कमेटी का सदस्य बनाया गया है। इसके अलावा, जिलों में भी समितियों का गठन किया जाएगा, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि पार्टी के तर्क और सुझाव आयोग के समक्ष सही तरीके से प्रस्तुत किए जा सकें। कांग्रेस की यह कवायद जनगणना के आंकड़ों के आधार पर हो रही है, क्योंकि सरकार द्वारा परिसीमन की प्रक्रिया को जनगणना के अनुसार ही लागू किया जाएगा। इस परिसीमन से प्रदेश की विधानसभा और लोकसभा की सीमाओं में बदलाव होगा।
गौरतलब है कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम लागू होने के बाद महिलाओं के लिए 33% सीट आरक्षित की जाएंगी, जिससे राजनीतिक प्रतिनिधित्व में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी। यह कदम कांग्रेस पार्टी की रणनीति का हिस्सा है, जिससे वे आगामी चुनावों में महिलाओं को अधिकतम राजनीतिक अधिकार प्रदान कर सकें।
FAQ
कांग्रेस ने परिसीमन के लिए किसे अध्यक्ष बनाया है?
विवेक तन्खा को कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है।
कांग्रेस की परिसीमन कमेटी में कितने नेता शामिल हैं?
कमेटी में 7 नेताओं को शामिल किया गया है।
परिसीमन के दौरान महिलाओं के लिए कितनी सीटें आरक्षित होंगी?
महिलाओं के लिए 33% सीटें आरक्षित की जाएंगी।
परिसीमन का उद्देश्य क्या है?
परिसीमन का उद्देश्य विधानसभा और लोकसभा की सीमाओं में परिवर्तन करना है।