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मध्यप्रदेश के सरदारपुर विधानसभा से कांग्रेस विधायक प्रताप ग्रेवाल ने फसल बीमा योजना पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि फसल बीमा कंपनियां किसानों से करोड़ों रुपए की प्रीमियम राशि लेती हैं, लेकिन उन्हें वास्तविक नुकसान की राशि नहीं दे रही हैं। उनके अनुसार कई किसानों को 50 से 200 रुपए के बीच बीमा राशि मिल रही है, जबकि कंपनियां उनसे हजारों रुपए की प्रीमियम वसूल करती हैं।
फसल बीमा के नाम पर धोखाधड़ी
MP के सरदारपुर विधानसभा क्षेत्र में फसल बीमा कंपनी ने किसानों से भारी प्रीमियम राशि ली। इसके बदले बीमा राशि के रूप में उन्हें कुछ रुपए ही मिल रहे हैं। विधायक ग्रेवाल का कहना है कि 2023-24 और 2024-25 में क्षेत्र में किसानों को भारी नुकसान हुआ।
सरकार ने सर्वे रिपोर्ट गलत तरीके से प्रस्तुत की। उनके अनुसार, 55 पटवारी हल्कों में 0 प्रतिशत और 19 हल्कों में 5 प्रतिशत से कम नुकसान दिखाया गया। असल में नुकसान कहीं ज्यादा था।
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फसल बीमा की वास्तविक स्थिति
विधायक ने बताया कि 2024 में रबी फसल के दौरान 58,060 किसानों ने 4 करोड़ 1 लाख 36 हजार रुपए की प्रीमियम राशि जमा की। इसके बावजूद उन्हें बीमा के नाम पर केवल 1 लाख रुपए की राशि मिली।
2023-24 में 1 लाख 93 हजार 132 किसानों ने प्रीमियम राशि जमा की, लेकिन केवल 35,788 किसानों को बीमा का लाभ मिला। इस धोखाधड़ी से किसानों को भारी नुकसान हुआ है।
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सेटेलाइट सर्वे पर सवाल
विधायक ने कहा कि सरकार, फसल बीमा के सर्वे के लिए सेटेलाइट सर्वे का इस्तेमाल करती है। यह सर्वे वास्तविक नुकसान का सही आकलन नहीं कर पाता। इसके कारण कई किसान और गांव फसल बीमा से वंचित रह गए। उन्होंने सरकार से मांग की कि सेटेलाइट सर्वे बंद किया जाए और वास्तविक नुकसान के आधार पर फसल बीमा दिया जाए।
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किसानों के अधिकारों की रक्षा की मांग
विधायक ग्रेवाल ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और सीएम मोहन यादव के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने मांग की कि किसानों से ली गई प्रीमियम राशि की पूरी जानकारी दी जाए और फसल बीमा का भुगतान वास्तविक नुकसान के आधार पर किया जाए। साथ ही, सोयाबीन की फसल में पीला मौजेक वायरस और जलभराव से हुए नुकसान का सही सर्वे करने के लिए एक संयुक्त सर्वे दल गठित किया जाए।
कांग्रेस पार्टी का आंदोलन
कांग्रेस पार्टी ने इस मुद्दे पर जोरदार आंदोलन किया। सैंकड़ों किसानों के साथ कम्युनिटी हॉल से एसडीएम कार्यालय तक पैदल रैली निकाली गई। तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें किसानों को वास्तविक मुआवजा देने की मांग की गई। ताकि उन्हें उनका हक का बीमा मिल सके।
आंदोलन में जिला कांग्रेस अध्यक्ष स्वतंत्र जोशी, युवक कांग्रेस अध्यक्ष रोहित कामदार, प्रदेश कांग्रेस सचिव हरदेव सिंह जाट, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रीति माहेश्वरी सहित अन्य नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए।