MP News : ऐसा कई बार हुआ है जब डीएवीवी की गलतियों का खामियाजा स्टूडेंट्स को भुगतना पड़ा। कई मामलों में स्टूडेंट्स के साथ न्याय नहीं हो पाया तो कई बार अपनी गलती मानकर डीएवीवी ने संज्ञान भी लिया। इस बार भी डीएवीवी ने अपनी गलती मानकर बच्चों के सपोर्ट में निर्णय लिया।
3 अप्रैल को डीएवीवी ने दो पेपर लिए थे, जिसमें पर्सनालिटी डेवलपमेंट और साइबर सिक्योरिटी का पेपर हुआ, लेकिन पहले पेपर की शीट में दूसरे पेपर की शीट और दूसरे पेपर में पहले पेपर की शीट स्टूडेंट्स को थमा दी गई। स्टूडेंट्स के लगातार एक्शन लेने पर चार दिन बाद डीएवीवी ने निर्णय लिया है कि एग्जाम कॉपी को उलट-पुलट कर चेक कर लिया जाएगा। इस विषय में रजिस्ट्रार अजय वर्मा से जब स्टूडेंट्स ने बात की तो उन्होंने अपनी गलती मानी और पेपर को उलट-पुलट कर एग्जाम शीट चेक करने का कहा।
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आज मिलेंगे एग्जाम कंट्रोलर से
स्टूडेंट्स ने बताया हम सभी स्टूडेंट्स डीएवीवी एग्जाम कंट्रोलर से मिलेंगे और कहेंगे हमें एग्जाम में पास करें या फिर जैसी शीट डीएवीवी ने जारी की है वैसे ही पेपर को चेक किया जाए, और यदि ऐसा भी न हो तो जिनकी तरफ से ये गलती हुई है, उन पर कार्रवाई की जाए।
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ये था मामला
इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के थर्ड ईयर की परीक्षा के दौरान 10 से अधिक परीक्षा केंद्रों में गंभीर अनियमितताएं पाई गईं। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित फाउंडेशन कोर्स की परीक्षा में ओएमआर शीट की अदला-बदली के कारण लगभग 7000 छात्रों की गलत परीक्षा ले ली गई। जानकारी के मुताबिक इस गंभीर विषय पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इंदौर महानगर प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया जाएगा।
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डीएवीवी ने बदली शीट
3 अप्रैल को डीएवीवी के दो पेपर हुए। एक पेपर पर्सनालिटी डेवलपमेंट का था और दूसरा साइबर सिक्योरिटी का था। इसमें ओएमआर (एग्जाम) शीट एक से 50 और दूसरी शीट 51 से 100 की थी। इस तरह दो शीट थीं और दोनों शीट का टाइम भी अलग-अलग था। पहली शीट का टाइम सुबह 8 से 9 था और दूसरी शीट का टाइम 9 से 10 था, लेकिन डीएवीवी की लापरवाही से पहले पेपर में दूसरे पेपर की शीट दे दी गई और दूसरे पेपर में पहले पेपर की शीट दे दी गई। ऐसे में जो 1 से 50 में भरना था, उसमें 51 से 100 की भर दी गई।
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7000 बच्चों के भविष्य का सवाल
इंदौर के करीब 10 कॉलेज में ये परीक्षा हुई, जिसमें करीब 7 हजार बच्चों ने ये परीक्षा दी और अब जिम्मेदार अपनी गलती नहीं मान रहे हैं। डीएवीवी ने पेपर शीट में नंबर व समय गलत डाल दिया और फर्स्ट की जगह सेकंड पेपर की शीट दे दी। समय सही होता तो ये गलती नहीं होती।