नई दिल्ली के माधव पार्क में आयोजित 'विक्रमादित्य महानाट्य' के मंचन के दौरान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सम्राट विक्रमादित्य के शौर्य, न्यायप्रियता और दानशीलता की सराहना की। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी विक्रमादित्य की शासन पद्धति को अद्वितीय बताते हुए मध्य प्रदेश सरकार का धन्यवाद किया। इस महानाट्य के मंचन ने सम्राट विक्रमादित्य की शौर्य गाथाओं को जन-जन तक पहुंचाया।
विक्रमादित्य की न्याय-व्यवस्था और शौर्य का गुणगान
वीरता एवं पराक्रम के प्रतीक चक्रवर्ती सम्राट महाराज विक्रमादित्य के जीवन पर आधारित 'विक्रमादित्य महानाट्य' मंचन कार्यक्रम में माधव दास पार्क में किया गया। 'विक्रमादित्य महानाट्य' कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सम्राट विक्रमादित्य की वीरता, दानशीलता और न्यायप्रियता की सराहना की। उन्होंने कहा कि न्यायप्रिय विक्रमादित्य ने अपनी पत्नी के भाइयों को भी दंडित किया था, उन्हें हाथियों के पैरों तले दंडित कराया। यह उनकी न्याय-व्यवस्था की कठोरता का उदाहरण है। उनके शौर्य की गाथाएं, जैसे बत्तीस पुतलियां और बेताल पच्चीसी, आज भी हमारे समाज को प्रेरणा देती हैं।
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खुद को शासक नहीं, प्रधान सेवक कहते हैं पीएम
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सम्राट विक्रमादित्य की तुलना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करते हुए कहा कि विक्रमादित्य की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी खुद को 'शासक' नहीं बल्कि 'प्रधान सेवक' मानते हैं। यह उनका विनम्रता और सेवा भावना का प्रतीक है, जो समाज के हर वर्ग के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
विक्रमादित्य की विरासत और संस्कृति का संरक्षण
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्यक्रम के दौरान मध्य प्रदेश सरकार की 'विरासत से विकास' योजना का भी उल्लेख किया, जिसके तहत 14 जनवरी 2025 (संक्रांति) से गीता जयंती तक पूरे प्रदेश में श्रीकृष्ण पाथेय और सांस्कृतिक विरासत के विभिन्न पहलुओं को जन-जन से जोड़ा गया है, उन्होंने यह भी कहा कि उज्जयिनी के सम्राट विक्रमादित्य ने शकों को पराजित कर विक्रम संवत की स्थापना की थी, जो हमारी सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
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विक्रमादित्य की शासन पद्धति को अद्वितीय
इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सम्राट विक्रमादित्य की शासन पद्धति को अद्वितीय बताया। उन्होंने कहा कि विक्रमादित्य की शौर्यगाथा का प्रभाव दिल्ली में गूंज रहा है और उनकी न्यायप्रियता ने भारत को एक मजबूत शासन की दिशा में मार्गदर्शन किया। सिंधिया ने इस आयोजन के जरिए सम्राट विक्रमादित्य की महानता को जन-जन तक पहुंचाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में ये हुए शामिल
इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, राज्यसभा उपसभापति हरिवंश, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शिरकत की, सभी ने मिलकर सम्राट विक्रमादित्य की शौर्य गाथा और उनके योगदान को सराहा।
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5 मुख्य बिंदुओं से समझें पूरा मामला
✅ दिल्ली में 'विक्रमादित्य महानाट्य' कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विक्रमादित्य की न्याय-व्यवस्था और शौर्य की सराहना की।
✅ मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी की तुलना विक्रमादित्य से करते हुए उन्हें 'प्रधान सेवक' बताया।
✅ केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विक्रमादित्य की शासन पद्धति को अद्वितीय बताते हुए आभार व्यक्त किया।
✅ मुख्यमंत्री ने 'विरासत से विकास' योजना का उल्लेख किया, जिसमें श्रीकृष्ण पाथेय और सांस्कृतिक धरोहर को जन-जन से जोड़ा जाएगा।
✅ कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री सिंधिया, राज्यसभा उपसभापति हरिवंश और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भी विक्रमादित्य की शौर्य गाथा की सराहना की।
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