/sootr/media/media_files/2025/04/15/g8QtAnQG5Jp0yum7tlDu.jpg)
मुश्ताक मंसूरी @ खंडवा
मध्य प्रदेश के खंडवा में पीने के पानी की मांग करने पर केस दर्ज करने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने एफआईआर को गलत बताते हुए अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। वहीं पीड़ित महिलाओं और कांग्रेस नेताओं ने भी कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हुए इसे अन्याय बताया है। बता दें कि पानी की मांग करने के मामले में 3 महिलाओं समेत 8 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
जानें पूरा मामला
दरअसल, खंडवा शहर के कई वार्डो में इन दिनों भीषण जल संकट बना हुआ है। जिसके लोगों ने विश्वा कंपनी को जिम्मेदार ठहराया है। यहां पेयजल वितरण कर रही विश्वा कंपनी की पाइप लाइन बार-बार फूट रही है। ऐसे में खंडवा नगर निगम टैंकरों से पानी सप्लाई कर व्यवस्था बनाने की कोशिश कर रहा है। लोगों का कहना है कि, टैंकरों का पानी पीने योग्य नहीं है। क्योंकि टैंकरों से जो पानी आ रहा है, वह गंदा है। इसी समस्या को लेकर सड़कों पर उतरे लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया और चक्का जाम किया।
ये खबर भी पढ़ें...
खंडवा में पानी को लेकर उबला जनआक्रोश, SDM बजरंग बहादुर सिंह की बदजुबानी पर हंगामा
तीन महिलाओं समेत कई लोगों के खिलाफ एफआईआर
पानी की मांग को लेकर चक्काजाम करने के मामले में बाहेती कॉलोनी के 8 से ज्यादा रहवासियों पर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने एफआईआर दर्ज करवा दी। इस मामले में पुलिस ने निगम इंजीनियर की शिकायत के बाद कार्रवाई की है। पुलिस ने बीएनएस की धारा 223, 3(5) के तहत कॉलोनी की तीन महिलाओं समेत कई लोगों पर एफआईआर दर्ज की है।
ये खबर भी पढ़ें...
चौरागढ़ महादेव मंदिर की घंटों की चढ़ाई अब मिनटों में, पचमढ़ी में 400 करोड़ से बनेगा रोप-वे
एफआईआर के खिलाफ बढ़ रहा गुस्सा
मामले में नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष दीपक राठौर के खिलाफ भी एफआईआर की गई है। नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि खंडवा एमपी का पहला शहर है जहां पानी मांगने पर एफआईआर मिलती है। बार-बार पाइपलाइन फूटने के कारण शहर में जल संकट है। लोग पानी के लिए तरस रहे हैं। हम लोग पानी वितरण कंपनी विश्वा के खिलाफ एफआईआर की मांग कर रहे हैं, लेकिन हमारे ऊपर ही FIR दर्ज कर दी गई है।
ये खबर भी पढ़ें...
गुना हिंसा पर गरमाई सियासत, जीतू ने सरकार-प्रशासन को घेरा, बीजेपी का पलटवार
सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने जताई नाराजगी
इधर, पानी के लिए चक्का जाम और विरोध कर रहीं महिलाओं पर केस दर्ज होने को लेकर खंडवा से बीजेपी सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने गलत बताया है। उन्होंने कहा कि, यदि ऐसा कुछ हुआ है तो उसको भी संज्ञान में लेकर उन अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई करवाएंगे। यह जनता का हक और अधिकार है। यदि उन्हें मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही है, सांसद पाटिल ने आगे कहा कि अगर लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए मांग करते हैं, तो उनकी मांगें उचित हैं। जनप्रतिनिधियों और प्रशासन का कर्त्तव्य है कि जनता की समस्या का समाधान किया जाए।
ये खबर भी पढ़ें...
विधायक पुत्र के सवाल पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने यह किया, वहीं CM के साथ नहीं दिखे गोलू
5 मुख्य बिंदुओं से समझें पूरा मामला
✅ खंडवा शहर में पानी की मांग करने पर तीन महिलाओं और आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
✅ लोगों का आरोप है कि नगर निगम द्वारा टैंकरों से की जा रही आपूर्ति का पानी गंदा है।
✅ नगर निगम नेता प्रतिपक्ष दीपक राठौर ने पानी की मांग पर एफआईआर दर्ज किए जाने को अन्याय बताया।
✅ सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने एफआईआर को गलत बताया और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही।
✅ इस मामले पर खंडवा में विरोध बढ़ रहा है और नागरिकों ने अपनी समस्याओं के समाधान की मांग की है।
खंडवा न्यूज | Khandwa News | खंडवा बीजेपी सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल | पानी की समस्या