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Photograph: (the sootr)
BHOPAL.मध्यप्रदेश के धार और बैतूल जिले अब स्वास्थ्य शिक्षा के नए केंद्र बनने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 260 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले मेडिकल कॉलेजों का भूमिपूजन किया। खास बात यह है कि धार में पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल पर देश का पहला मेडिकल कॉलेज आकार लेगा।
जनजातीय अंचलों को प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने इसे प्रदेश के लिए ऐतिहासिक क्षण बताया। उन्होंने कहा कि धार और बैतूल जैसे जनजातीय बाहुल्य जिलों में मेडिकल कॉलेजों की स्थापना से स्थानीय युवाओं को मेडिकल शिक्षा और क्षेत्र को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी।
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सरकार और समाज की साझेदारी का मॉडल
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि पीपीपी मॉडल के जरिए सरकार और समाज मिलकर स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करेंगे। लक्ष्य है कि अंतिम व्यक्ति तक सुलभ, सस्ती और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा पहुंचे। सेवा और विकास सरकार का मूल मंत्र है।
जेपी नड्डा का बयान: मध्यप्रदेश बना मिसाल
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि धार में मेडिकल कॉलेज का भूमि पूजन पूरे देश के लिए उदाहरण है। पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज शुरू करने वाला मध्यप्रदेश पहला राज्य बन गया है। यह नवाचार और जनभागीदारी का मजबूत संकेत है।
मेट्रो से लेकर हवाई सेवा तक विस्तार
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में भी नई ऊंचाइयों को छू रहा है। भोपाल और इंदौर में एक साल के भीतर मेट्रो सेवा शुरू हुई है। वहीं, रीवा से इंदौर और दिल्ली के लिए हवाई सेवाएं भी उपलब्ध हो चुकी हैं।
रिमोट से हुआ लोकार्पण और भूमिपूजन
धार के पीजी कॉलेज मैदान में कार्यक्रम आयोजित किया गया। यहां मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने रिमोट बटन दबाकर जिले के कई विकास कार्यों का लोकार्पण किया। इस मौके पर मेडिकल कॉलेज का भूमिपूजन भी
5 से 33 तक पहुंचा मेडिकल कॉलेजों का सफर
प्रदेश में वर्ष 2002-03 तक केवल 5 मेडिकल कॉलेज थे। अब यह संख्या बढ़कर 33 हो चुकी है। बीते दो वर्षों में ही 6 नए शासकीय मेडिकल कॉलेज शुरू किए गए हैं, जिनमें सिंगरौली और श्योपुर जैसे आदिवासी क्षेत्र भी शामिल हैं।
डॉक्टरों की भर्ती और स्वास्थ्य अभियान
राज्य सरकार ने 354 सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों के पद मंजूर किए हैं। सिकल सेल एनीमिया अभियान के तहत अब तक 1.25 करोड़ से ज्यादा लोगों की जांच की जा चुकी है। धार जिले में ही 15 लाख से अधिक जांचें हुई हैं।
अस्पतालों में बेड और स्टाफ बढ़ेगा
टीकमगढ़, नीमच, सिंगरौली, श्योपुर और डिंडौरी के अस्पतालों में 800 बेड का उन्नयन किया जा रहा है। इसके साथ ही 810 नए डॉक्टर पदों को भी स्वीकृति दी गई है।
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मुलताई का नाम होगा ‘मूलतापी’ बनेगा आदिवासी संग्रहालय
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बैतूल प्रवास के दौरान मुलताई नगर का नाम बदलकर ‘मूलतापी’ करने की घोषणा की। यह फैसला स्थानीय विधायक के प्रस्ताव पर लिया गया है। साथ ही बैतूल में आदिवासी संग्रहालय बनाने का भी ऐलान किया गया।
स्थानीय लोगों में उत्साह
नाम परिवर्तन की घोषणा के बाद नगर में खुशी का माहौल है। लंबे समय से ऐतिहासिक और धार्मिक पहचान के आधार पर नाम बदलने की मांग की जा रही थी। नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने इस फैसले का स्वागत किया है।
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