मध्यप्रदेश के जबलपुर में स्टेट साइबर सेल और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में 12 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया गया है। इन ठगों के गिरोह पर प्रदेश भर की 15 टीमों ने एक साथ रेड मारी और जबलपुर, कटनी, मैहर और सतना से आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए ठगों के पास से डिजिटल अरेस्ट के नाम पर की गई ठगी से संबंधित जानकारी मिली है। प्रारंभिक जांच में साइबर सेल ने पाया कि आरोपियों ने अब तक दो करोड़ रुपए से अधिक की ठगी की थी।
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ठगों का तरीका
यह गिरोह खासतौर पर मजदूर, कम पढ़े-लिखे और बुजुर्गों को निशाना बनाता था। इन ठगों का तरीका कुछ इस प्रकार था कि पहले ये लोग फोन करके खुद को पुलिस अधिकारी बताकर धमकाते थे, फिर डिजिटल अरेस्ट के नाम पर लोगों से पैसे ऐंठ लेते थे। इनकी निशाने पर आने वालों में अधिकतर वह लोग होते थे जिनके पास तकनीकी जानकारी कम होती थी।
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गिरफ्तारी की प्रक्रिया
एसटीएफ निरीक्षक निलेश के अनुसार, इन ठगों की गिरफ्तारी के लिए पिछले एक महीने से जांच चल रही थी। इन आरोपियों को जबलपुर, कटनी और सतना से गिरफ्तार किया गया। पुलिस टीम ने इन सभी आरोपियों को रस्सी से बांधकर कोर्ट में पेश किया। अधिकारियों का कहना है कि इन ठगों के गैंग में और भी सदस्य हो सकते हैं, जिनकी गिरफ्तारी की प्रक्रिया जल्द ही पूरी की जाएगी।
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पूछताछ और रिमांड
साइबर सेल ने बुधवार को आरोपियों को कोर्ट में पेश किया और पूछताछ के लिए दो सप्ताह का रिमांड लिया है। पुलिस का कहना है कि पूछताछ के दौरान आरोपियों की संख्या और बढ़ने की संभावना है। इस कार्रवाई से यह साबित होता है कि साइबर ठगी के मामले में पुलिस द्वारा कड़ी कार्रवाई की जा रही है और जल्द ही बाकी आरोपियों को भी पकड़ा जाएगा।
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