/sootr/media/media_files/2025/03/29/wQKt5XVzZ6yNEgKgNDJX.jpg)
समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन द्वारा राणा सांगा को गद्दार बताने वाले के सियासी बवाल मचा हुआ है। इसी बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने राणा सांगा पर आपत्तिजनक टिप्पणियों पर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने राणा सांगा को वीर बताया और कहा कि उनके खिलाफ किसी भी तरह की टिप्पणी करना गलत है। दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर हिंदू-मुसलमान की राजनीति करने और लोकतंत्र में परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप भी लगाया। इसके अलावा, उन्होंने बेरोजगारी के मुद्दे पर भी अपनी नाराजगी व्यक्त की।
राणा सांगा के खिलाफ बयानबाजी सही नहीं
ग्वालियर में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने राणा सांगा पर अपमानजनक बयानबाजी करने वाले विपक्षी नेताओं पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने राणा सांगा को वीर बताते हुए कहा कि "राणा सांगा जैसे वीर हमारे इतिहास में बहुत कम हैं। उनके शरीर पर सौ-सौ घाव थे, उनके अंग-अंग पर चोट थी। ऐसे वीर के खिलाफ किसी तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी करना बिल्कुल गलत है।" उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र में किसी व्यक्ति को गलत टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है और उसे इस प्रकार की टिप्पणियों का सामना करना गलत है।
ये खबर भी पढ़ें...
दिग्विजय सिंह ने उठाई MP के इस रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की मांग, रेल मंत्री को लिखा पत्र
दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर बोला हमला
इसके बाद, दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार द्वारा वक्फ बोर्ड संशोधन बिल लाए जाने पर भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह बिल भारतीय संविधान के खिलाफ है और अल्पसंख्यकों के अधिकारों का हनन करने का एक कुटिल प्रयास है। उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि "पिछले 11 सालों में सरकार ने सिर्फ हिंदू-मुसलमान की राजनीति की है, इसके अलावा कोई काम नहीं किया।"
ये खबर भी पढ़ें...
औरंगजेब की कब्र पर बवाल : दिग्विजय सिंह बोले- विज्ञान और धर्मांधता के बीच चयन करे भारत
परिवारवाद के मुद्दे पर बोले दिग्विजय सिंह
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा के बयान पर भी पलटवार किया, जिसमें उन्होंने एक ही परिवार के तीन-तीन सदस्यों के संसद में होने और परिवारवाद पर सवाल उठाया था। दिग्विजय सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में जनता किसे चुनकर भेजती है, यह उसका अधिकार है। उन्होंने कहा कि वसुंधरा विधानसभा में हैं, ज्योतिरादित्य सिंधिया राज्यसभा में हैं, राजनाथ सिंह के बेटे समेत ऐसे बहुत से उदाहरण हैं। परिवारवाद को सामंती प्रवृत्ति का उदाहरण बताते हुए उन्होंने कहा कि "आज के लोकतंत्र में कोई सामंत नहीं है, सामंती सिर्फ वही होता है जिसके पास वोट का हक होता है।"
ये खबर भी पढ़ें...
RSS के खिलाफ न बोलें... दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी के बयान पर किया बड़ा खुलासा
आकांक्षी युवा पर भी उठाए सवाल
इसके अलावा, दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश में बेरोजगारों के लिए सरकार द्वारा दिए गए नए नाम "आकांक्षी युवा" पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "आप बेरोजगारों को नए-नए नाम दे रहे हैं, लेकिन उन्हें रोजगार नहीं दे रहे हैं।" उन्होंने नर्सिंग घोटाले का जिक्र करते हुए कहा कि इसके खिलाफ आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। बीजेपी पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, "यह सरकार भावनाओं को भड़काकर राजनीति करती है, कभी शहर का नाम बदलती है, कभी मोहल्ले का नाम बदलती है।"
ये खबर भी पढ़ें...
केंद्र से MP पहुंचा Grok विवाद, दिग्विजय सिंह के शासन को लेकर दिए गए जवाब से छिड़ी बहस
5 मुख्य बिंदुओं से समझें पूरा मामला
✅ राणा सांगा के खिलाफ बयानबाजी पर नाराजगी: दिग्विजय सिंह ने राणा सांगा को वीर बताते हुए विपक्षी नेताओं की आलोचना की।
✅ वक्फ बोर्ड बिल पर कड़ी प्रतिक्रिया: दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार द्वारा लाए जा रहे वक्फ बोर्ड संशोधन बिल को भारतीय संविधान के खिलाफ बताया।
✅ लोकतंत्र में सामंती प्रवृत्ति का विरोध: दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर लोकतंत्र में परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
✅ भावनाओं को भड़काकर राजनीति: दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह बेरोजगारों को केवल नाम बदलकर भ्रमित कर रही है।
✅ बेरोजगारों के मुद्दे पर चिंता: दिग्विजय सिंह ने बेरोजगारों को नाम बदलने के बजाय रोजगार देने की आवश्यकता पर जोर दिया। | ग्वालियर न्यूज | वीडी शर्मा