BHOPAL. मध्यप्रदेश के बैतूल से भाजपा सांसद चुने गए दुर्गादास उईके को मोदी कैबिनेट में केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया गया है। उन्होंने 32 साल तक शिक्षक के रूप में सेवा दी। 61 साल के दुर्गादास उईके सालों पहले संघ यानी आरएसएस से जुड़ गए थे। मध्य प्रदेश के बैतूल से लोकसभा सांसद दुर्गादास उईके को भी मोदी कैबिनेट में जगह मिली है। दुर्गादास उइके का जन्म 29 अक्टूबर 1963 में ग्राम मीरापुर जिला बैतूल में हुआ था। उनके पिता स्व.सूरतलाल उइके, माता स्व. रामकली उइके, पत्नी ममता उईके हैं। उनकी शैक्षणिक योग्यता एमए, बीएड है।
उईके आदिवासी वर्ग से आते हैं
पेशे से शिक्षक दुर्गादास उईके 2019 में इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए थे और पहली बार उन्हें भाजपा ने सांसद पद का प्रत्याशी बनाया था। वह लंबे समय से गायत्री परिवार से भी जुड़े हुए हैं। वे राजनीति में आने से पहले वे एक शिक्षक थे। उईके आदिवासी वर्ग से आते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि जातिगत समीकरणों को साधने के लिए उन्हें कैबिनेट में शामिल किया गया है।
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उईके का राजनीतिक कॅरियर...
- दुर्गादास उईके बीजेपी से दूसरी बार सांसद चुने गए हैं।
- 32 साल तक शिक्षक के रूप में सेवा दी।
- 61 साल के उईके सालों पहले संघ से जुड़ गए थे।
- संघ ने ही उन्हें आदिवासी बाहुल्य बैतूल में राजनीतिक तौर पर आगे बढ़ाया।
- 2019 में कांग्रेस प्रत्याशी को 3 लाख 60 हजार 241 वोटों से हराया था।
- 2024 में बैतूल लोकसभा सीट पर फिर दुर्गादास ने जीत हासिल की।
- लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रामू टेकाम को 3,79761 वोटों से हराया।
- दुर्गादास उइके को 854298 वोट मिले और उनका वोट शेयर 62.5 फीसदी रहा।