हाथियों ने खराब कोदो के पौधे खाए, विसरा में मिला साइक्लोपियाजोनिक एसिड

मध्यप्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में मृत हाथियों के विसरा में साइक्लोपियाजोनिक एसिड पाया गया है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि हाथियों ने बड़ी मात्रा में खराब कोदो के पौधे और अनाज खाया था... 

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Jitendra Shrivastava
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BHOPAL. मध्यप्रदेश के उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हुई 10 हाथियों की मौत के मामले में नया अपडेट सामने आया है। दावा किया जा रहा है कि हाथियों ने काफी ज्यादा मात्रा में खराब कोदो के पौधे और अनाज खाया था। विसरा में साइक्लोपियाजोनिक एसिड पाया गया है।

अपर मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव एल.कृष्णमूर्ति ने बताया कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की खितौली और पतौर रेंज में 29 अक्टूबर को हाथी मृत मिले थे। मृत हाथियों के विसरा विज्ञान प्रयोगशाला भेजे गये थे। अब केन्द्र सरकार की आईवीआरआई (Research institution in Bareilly, Uttar Pradesh) से जांच रिपोर्ट मिली है। 
रिपोर्ट के अनुसार, मृत हाथियों के विसरा में साइक्लोपियाजोनिक एसिड पाया गया है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि हाथियों ने बड़ी मात्रा में खराब कोदो के पौधे और अनाज खाया था। नमूनों में पाए गए साइक्लोपियाजोनिक एसिड की विषाक्तता की वास्तविक गणना अभी और की जा रही है। विस्तृत जांच के बाद ही हाथियों की मौत की असल वजह सामने आ पाएगी। 

आईवीआरआई ने जारी की एडवाइजरी

आईवीआरआई की रिपोर्ट के मुताबिक, नाइट्रेट-नाइट्राइट, भारी धातुओं के साथ-साथ ऑर्गनों- फॉस्फेट ऑर्गनो- क्लोरीन, पाइरेथ्रोइड और कीटनाशकों के कार्बामेट समूह की उपस्थिति के लिए नेगेटिव पाई गई है। आईवीआरआई ने अपनी रिपोर्ट के साथ एडवाइजरी भी जारी की है। इसमें कहा गया है कि गांव वालों को जागरुक किया जाए। मवेशियों को खराब फसल के आसपास न जाने दिया जाए। 

क्या होता है साइक्लोपियाजोनिक एसिड 

साइक्लोपियाजोनिक एसिड (Cyclopiazonic Acid- CPA) एक तरह का माइकोटॉक्सिन है, जो Aspergillus और Penicillium नामक की फफूंद के कुछ खास तरह के स्ट्रेन्स से जन्म लेता है। यह खाद्य पदार्थों, खासकर अनाज, बीज, मूंगफली और दूध के उत्पादों में पाया जा सकता है, यदि यह दूषित फफूंद के संपर्क में आए हों। साइक्लोपियाजोनिक एसिड का शरीर पर विषैला प्रभाव होता है और यह कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।

साइक्लोपियाजोनिक के नुकसान....

  1. लिवर को नुकसान
    CPA लिवर को नुकसान पहुंचाता है, जो शरीर के विषैले पदार्थों को फिल्टर करने का मुख्य अंग है। यह लिवर में सूजन, चोट और यहां तक कि लिवर फेलियर का कारण भी बन सकता है।
  2. तंत्रिका तंत्र पर असर 
    साइक्लोपियाजोनिक एसिड का प्रभाव तंत्रिका तंत्र पर पड़ सकता है, जिससे चक्कर आना, थकान, मांसपेशियों में दर्द और मानसिक भ्रम जैसी परेशानी होती है।

डॉ. सहाय बांधवगढ़ के नए फील्ड डायरेक्टर

राज्य शासन ने भावसे-2009 बैच के डॉ अनुपम सहाय को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व का नया फील्ड डायरेक्टर बनाया है। राज्य शासन एक आदेश जारी कर वन संरक्षक, शिवपुरी वन वृत्त के डॉ अनुपम सहाय को स्थानांतरित करते हुये वन संरक्षक एवं क्षेत्र संचालक, बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व, उमरिया के पद पर तत्काल प्रभाव से पदस्थ करता है।

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