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e-office system
MP News : सरकारी कार्यों को और अधिक पारदर्शी और दक्ष बनाने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने E-office system को लागू किया गया है। सागर कलेक्ट्रेट में इसका सफलतापूर्वक कार्यान्वयन हो चुका है और अब प्रदेश के सभी विभागों को इसे जल्द अपनाने के लिए निर्देश दिए गए हैं। इस प्रणाली से न केवल सरकारी कार्यों में पारदर्शिता आएगी, बल्कि समय और कागज दोनों की बचत भी होगी।
ऐसे मिलेगा ई-ऑफिस सिस्टम का लाभ
- पारदर्शिता में वृद्धि: इस ई ऑफिस सिस्टम के तहत फाइलों के ट्रैकिंग की प्रक्रिया ऑनलाइन हो गई है, जिससे फाइलों की स्थिति को किसी भी समय देखा जा सकता है।
- समय की बचत: अब सरकारी कर्मचारी अपनी आईडी से ऑनलाइन फाइल भेज सकते हैं और एप्रूवल प्राप्त कर सकते हैं, जिससे काम में तेजी आएगी।
- पेपरलेस: यह सिस्टम पेपरलेस है, जिससे कागज की खपत कम होगी और पर्यावरण को भी लाभ होगा।
- क्वालिटी बढ़ेगी: यह सिस्टम कर्मचारियों और अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारियों के बारे में स्पष्ट जानकारी प्रदान करेगा और उनका काम समय सीमा में पूरा होगा।
मुख्यमंत्री निवास से हुई थी शुरुआत
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जनवरी 2025 में मुख्यमंत्री निवास से ई-ऑफिस प्रणाली की शुरुआत की थी। इसके बाद यह प्रणाली प्रदेश के अन्य जिलों में भी लागू की जा रही है। इस प्रणाली का मुख्य उद्देश्य सरकारी कार्यों में पारदर्शिता और दक्षता लाना है।
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विभागों को मिले निर्देश
सागर कलेक्टर संदीप जीआर ने समस्त विभाग प्रमुखों को आदेश दिया है कि वे अपनी संबंधित विभागों में ई-ऑफिस सिस्टम को शीघ्र लागू करें। आईएएस संदीप जीआर ने बताया कि इसके लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
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