मध्यप्रदेश स्थित खरगोन के कसरावद में ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण का सब इंजीनियर राहुल मंडलोई 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है। इंदौर की लोकायुक्त पुलिस ने बुधवार को ये कार्रवाई की है। बताया गया है कि सब इंजीनियर राहुल मंडलोई ने भाजपा नेता और मध्यप्रदेश कांट्रेक्टर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश पाटीदार से पहली किस्त में 5 लाख रुपए मांगे थे। उसने प्रकाश पाटीदार का काम देखने वाले ओमप्रकाश से इसकी डील की थी।
15 लाख 50 हजार रुपए की मांगी थी रिश्वत
मध्यप्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण की महेश्वर इकाई के तहत निमरानी से बोरावा और लोहारी फाटे से सिप्टान तक सड़क निर्माण कार्य किया गया था। इसके बिल निकालने के एवज में इंजीनियर ने कांट्रेक्टर से 15 लाख 50 हजार रुपए की रिश्वत मांग की थी।
16 को की गई थी शिकायत
इस मामले की शिकायत 16 अक्टूबर को इंदौर लोकायुक्त एसपी राजेश सहाय से की गई थी। लोकायुक्त टीम ने जांच की तो मामला सही निकला। इसके बाद बुधवार की शाम करीब 5:30 बजे आरोपी इंजीनियर राहुल को 5 लाख रुपए लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 की धारा 7 में कार्रवाई की है।
3 साल पहले हो चुका था सड़क निर्माण कार्य
बताया गया कि निमरानी से बोरावा और लोहारी फाटे से सिप्टान तक रोड निर्माण लगभग 3 साल पहले हो चुका है। इस कार्य के 70 लाख रुपए के बिल का भुगतान नहीं हो रहा था। आरोप है कि सब इंजीनियर ने बिल अटका कर रखे थे। ठेकेदार का सहयोगी ओमप्रकाश लगातार सब इंजीनियर से इस संबंध में अनुरोध कर रहा था, लेकिन इंजीनियर इसके बदले रिश्वत की मांग पर कर रहा था।
रिश्वत लेने साथी कांट्रेक्टर के घर गया था इंजीनियर
सब इंजीनियर राहुल रिश्वत की पहली किस्त करीब 5 लाख रुपए लेने के लिए कांट्रेक्टर प्रकाश पाटीदार के सहयोगी ओमप्रकाश पाटीदार के घर पहुंचा था। इसी दौरान लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया और रेस्ट हाउस कसरावद लेकर आई, जहां पूरी कार्रवाई हुई। बताया गया कि मध्यप्रदेश कांट्रेक्टर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश पाटीदार के सहयोगी ओमप्रकाश से सब इंजीनियर ने रिश्वत मांगी थी।
मुख्यमंत्री से करेंगे शिकायत
इस मामले में कांट्रेक्टर एसोसिएशन प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश पाटीदार ने कहा कि वह मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से करेंगे। उनका कहना है कि प्रदेश में कई कांट्रेक्टर बिल भुगतान को लेकर परेशान हैं। नेशनल व स्टेट मॉनिटरिंग रिपोर्ट ओके होने के बाद भी इंजीनियरों के रिश्वत मांगने संबंधी कई शिकायतें हैं। इस सप्ताह मुख्यमंत्री व ग्रामीण एवं पंचायत विकास मंत्री से प्रतिनिधिमंडल मिलने जा रहा है। कांट्रेक्टर से भी कहेंगे कि बिना दबाव खुलकर वह शिकायत करें, ताकि भ्रष्ट अफसर बेनकाब हो सकें।
क्या कहा कांग्रेस ने?
इस मामले में एमपी कांग्रेस ने कहा कि मध्य प्रदेश में रिश्वतखोरी का खुला खेल चल रहा है। एमपी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश में कमीशन और रिश्वतखोरी का खुला खेल जारी है। बिना रिश्वत के कोई काम नहीं हो रहा है।
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