भर्ती घोटाले रोकने के लिए ESB की अब बड़ी तैयारी, नए सिक्योरिटी फीचर्स करेंगे लागू

व्यापमं का नाम बदलकर कर्मचारी चयन मंडल (ESB) कर दिया गया है, लेकिन घोटाले थम नहीं रहे हैं। पीएमटी के चर्चित घोटाले के बाद अब सिपाही भर्ती परीक्षा में घोटाला सामने आया है।

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Sanjay Gupta
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ESB making preparations stop recruitment scams preparing implement new security features
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व्यापमं का नाम भले ही बदल कर कर्मचारी चयन मंडल (ESB) कर दिया गया है। बावजूद इसके घोटाले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। पीएमटी के चर्चित घोटाले के बाद अब व्यापमं में सिपाही भर्ती परीक्षा में घोटाला सामने आया है। इसमें आधार कार्ड, बायोमैट्रिक ही चेंज कराकर साल्वर ने असल उम्मीदवार की जगह परीक्षा दे दी और चयनित भी हो गया। अब इन घोटालों को रोकने के लिए ईएसबी नई एडवांस टेक्नोलॉजी लाने की तैयारी कर रही है। 

अभी सिपाही भर्ती घोटाला इस तरह हुआ

सिपाही भर्ती घोटाले में सामने आया कि असली उम्मीदवारों ने अपने आधार कार्ड में फोटो और थंब इंप्रेशन बदलवाए। इसके बाद उन्होंने साल्वर को कर दिया। परीक्षा सेंटर पर आधार कार्ड से बायोमैट्रिक मिलान होता है। साल्वर बैठ गया और उम्मीदवार चयनित हो गया। चयन के बाद आधार कार्ड और बायोमैट्रिक में बदलाव कर असल उम्मीदवार की फोटो और थंब इंप्रेशन कर दिए गए।

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अब इस तरह के नए फीचर्स लाने की तैयारी

अभी तक आधार कार्ड, बायोमैट्रिक पहचान को सबसे सटीक माना जाता था। अब धोखेबाजों ने इसमें भी सेंध लगा दी है। इसके बाद ईएसबी में हुई बैठक में अब दो सिक्योरिटी फीचर्स को लागू करने की तैयारी की जा रही है-

1-आईरिस पहचान- यानी आंखों से पहचान करना। परीक्षा केंद्रों पर यह जांच सिस्टम लागू किया जाएगा। आधार, बायोमैट्रिक पहचान में फोटो, थंब इम्प्रैशन के साथ अब आईरिश की भी जांच की जाएगी। इस पर मोटे तौर पर सहमति हो चुकी है और इसे जल्द ही अगली परीक्षा में लागू किया जाएगा। 

2-फेस पहचान- एक अन्य हाई सिक्योरिटी फीचर फेस की पहचान है। इसमें समस्या यह है कि यह मशीन महंगी है। हर परीक्षा सेंटर पर इसे लगाना खर्चीला और समय लेने वाला है। फिर भी ईएसबी इस पर विचार कर रहा है। इसकी लागत का आंकलन किया जा रहा है कि सेंटर पर मशीन लगाने में कितना खर्च होगा और उम्मीदवारों को कितना समय लगेगा। इसे छोटे स्तर पर किसी परीक्षा में प्रयोग के तौर पर अपनाने की योजना है। यह अभी तक का सबसे हाई सिक्योरिटी फीचर है।

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कई सिक्योरिटी फीचर्स पर बात हो रही है

ईएसबी के डायरेक्टर साकेत मालवीय ने 'द सूत्र' से कहा कि संस्थान पारदर्शी और सुरक्षित परीक्षा के लिए काम करता है। अगर कहीं शिकायत आती है या लीकेज सामने आता है, तो उसे ठीक किया जाता है। अभी तक आधार कार्ड और बायोमैट्रिक पहचान सबसे सुरक्षित रही है, लेकिन अब कुछ नई बातें सामने आई हैं। इसके बाद नए एडवांस सिक्योरिटी फीचर्स पर विचार किया जा रहा है, जिन्हें कुछ परीक्षाओं में लागू कर अध्ययन किया जाएगा।

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