धनतेरस पर सोना-चांदी खरीदने की परंपरा अटूट है और 80-81 हजार प्रति तोले के बीच दौड़ रहा सोना भी आमजन को यह परंपरा निभाने से नहीं रोक पा रहा है। सराफा बाजार में लगातार रौनक बनी है। हालांकि लोगों ने अपनी जेब को भी ध्यान में रखते हुए इसमें तरकीब निकाली है, वह अब कम कैरेट और कम वजनी गहनों की ओर जा रहे हैं और सराफा वाले भी कारीगरों से वही पसंदीदा डिजाइन कम वजन में तैयार करा रहे हैं।
इस तरह प्रति कैरेट निकलता है सोने का भाव
सबसे शुद्ध सोना 24 कैरेट का होता है जो 99.50 फीसदी शुद्ध होता है, हालांकि गहने 22 कैरेट जो 91.60 फीसदी शुद्ध होता है इसमें होते हैं, जो अधिक टिकाउ माने जाते हैं। बाकी कैरेट का वजन 24 कैरेट के हिसाब से निकाला जाता है। अभी 24 कैरेट का भाव 80 हजार प्रति तोला करीब है तो एक कैरेट का भाव 80 हजार को 24 से भाग देने पर 3333 रुपए आता है। यह हुआ 1 कैरेट सोने का भाव। अब ग्राहक 22 कैरेट का जेवर लेता है तो उसे यह 73333 रुपए का पड़ेगा। इसमें मेकिंग चार्ज और 3 फीसदी जीएसटी भी जुड़ेगा।
'छोटा हाथी' ने उगली एक टन चांदी की सिल्लियां... यह देख पुलिस के उड़े होश
इस तरह कम हो जाता भाव
इस तरह यदि कोई 18 कैरेट का सोना ले रहा है तो उसे यही करीब 60 हजार रुपए में पड़ेगा, और नीचे 14 कैरेट में जाता है तो करीब 47 हजार रुपए में पड़ेगा। इस तरह ग्राहक कम कैरेट में जाकर अपनी जेब का भी ध्यान रख रहा है और परंपरा का भी पालन कर रहा है।
INDORE की डॉक्टर से पति ने डायग्नोस्टिक सेंटर खोलने दहेज में मांगे 1 करोड़ , नहीं देने पर दी ये धमकी
कौन सा कैरेट कितना शुद्ध
24 कैरेट- 99.50 फीसदी, 22 कैरेट- 91.6 फीसदी, 20 कैरेट- 83.30 फीसदी, 18 कैरेट- 75 फीसदी व 14 कैरेट- 58.50 फीसदी शुद्ध होता है।
ज्वेलरी की शुद्धता एप से देख सकते हैं
अब हॉलमार्क ज्वेलरी ही बिकती है। भारतीय मानक ब्यूरो ( बीआईएस ) के एप BIS CARE पर जाकर एचयूआईडी नंबर डालकर ज्वेलरी की शुद्धता हाथों हाथ देखी जा सकती है।
क्या बोल रहे ग्राहक और सराफा कारोबारी
सराफा के प्रचार मंत्री अजय लाहोटी का कहना है कि सोने को लोग निवेश के हिसाब से भी ले रहे हैं। सोने महंगा होने से भी फर्क नहीं पड़ा है और लोग कम वजन में जाकर अपनी पसंद के गहने ले रहे हैं। हमारे कारीगर उनकी पसंद के गहने कम वजन में बना रहे हैं।
सराफा कारोबारी संजय जैन ने बताया कि सराफा की चमक हमेशा रहेगी। सोने के लिए लगातार ग्राहक आ रहे हैं। यह जरूर है कि वह अपनी जेब के मुताबिक कम वजन और कम कैरेट के गहने ले रहे हैं। लेकिन खरीदी जरूर कर रहे हैं। वहीं निवेशक निवेश के हिसाब से अभी भी सॉलिड गोल्ड ले रहे हैं।
ग्राहक कोमल जैन व सुचिता शर्मा- सराफा आई ग्राहकों ने कहा कि सोना तो हमेशा ही अच्छा है, भले ही महंगा हुआ तो क्या हुआ, यह तो निवेश भी है, हम तो इसलिए सोना लेने आए हैं।
निवेश वाले बेचने भी आ रहे हैं
वहीं सोने के अधिक भाव देखते हुए कई ग्राहक जिन्होंने कम भाव में सोना लिया था वह इसे बेच भी रहे हैं। सराफा दुकानदारों ने कहा कि कम भाव में लिया सोना अब बेचा भी जा रहा है। इस तरह के भी ग्राहक लगातार आ रहे हैं। हम सभी का ध्यान रख रहे हैं। लेकिन सराफा कारोबारी अभी भी कह रहे हैं कि सोना कभी भी निवेश के लिहाज से बुरा नहीं है, अभी लोग सोना निवेश के लिए लेकर रख रहे हैं।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक