अमीर बनने की चाह में एग डोनर से बनी लुटेरी दुल्हन, एक शादी का लेती थी 50 हजार, की 25 शादियां
भोपाल-सरकारी अस्पताल में एग डोनर रही अनुराधा ने 25 फर्जी शादी कर लोगों को ठगा। हर शादी से 50 हजार रुपए वसूल कर 2-7 दिन में फरार हो जाती थी। उसकी इस धोखाधड़ी की पूरी कहानी खुलने पर इलाके में सनसनी फैल गई।
MP News : 23 साल की उम्र में 25 शादियां कर लोगों को ठगने वाली अनुराधा पासवान की कहानी बेहद चौंकाने वाली है। उत्तर प्रदेश के महाराजगंज की रहने वाली अनुराधा गोरखपुर के एक अस्पताल में एग डोनर के रूप में काम करती थी। 2017 में वह ऑटो चालक विशाल से शादी कर लिया, लेकिन कुछ समय बाद विवाद के चलते अलग हो गई। अनुराधा को जल्दी अमीर बनने की लालसा थी, जो उसे गलत राह पर ले गई। लेकिन जब कुछ दिन पहले वो मध्य प्रदेश के भोपाल शहर पहुंची और वहां ठगी के अपने कारनामों को अंजाम देने लगी तो पुलिस ने उसे पकड़ लिया और पूछताछ में पता चला कि अनुराधा शादी के नाम पर लोगों को फंसाकर पैसा लेती थी।
भोपाल पहुंच कर फंसी फर्जी शादी के गिरोह में
The sootr
अनुराधा की सहेली ने भोपाल के एक अस्पताल में एग डोनर को अच्छी रकम मिलने की जानकारी दी। दो साल पहले वह भोपाल आई और वहीं गोलू नामक गिरोह सदस्य से मिली। गोलू उस गिरोह का हिस्सा था जो फर्जी शादी कराकर लोगों को लूटता था। अनुराधा ने इस गिरोह के साथ मिलकर 50 हजार रुपए की फीस लेकर हर शादी की और 2 से 7 दिन के अंदर शादी छोडक़र भाग जाती थी।
सवाई माधोपुर के मानटाउन थाना पुलिस के सामने अनुराधा ने खुलासा किया कि गोलू ने उसे बताया था कि शादी के 2 से 7 दिन के अंदर भाग जाना होगा, तभी वह मोटी रकम कमा पाएगी। इस गिरोह ने हर शादी के लिए 50 हजार रुपए तय कर रखे थे। शादी के बाद वह जल्दी फरार हो जाती और शादी करने वालों को धोखा देती।
गिरोह की खासियत यह थी कि वे शादी अनाथ होने का झूठा परिचय देकर कराते थे। शादी के लिए इकरारनामे का सहारा लिया जाता था, जिसमें लडक़ी की गरीबी और अनाथ होने की कहानी सुनाई जाती थी। इस तरह से फंसे हुए कम से कम 25 लोग पुलिस के पास शिकायत लेकर आए हैं।
गोलू, मजबूत सिंह यादव, रोशनी, रघुवीर और सुनीता जैसे गिरोह के सदस्य लोकल एजेंटों के जरिए शादी करने वालों तक पहुंचते थे। एजेंट शादी के इच्छुक लोगों के नाम और संपर्क नंबर लेकर उन्हें लडक़ी की तस्वीरें भेजते थे। जब लडक़ी पसंद आती, तो 2 लाख से 5 लाख रुपए तक की रकम ठगी के रूप में वसूली जाती थी।
अनुराधा और उसके साथियों ने पकड़े न जाने के लिए की-पैड मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया। पुलिस ने उनके फोन की कॉल डिटेल रिकॉर्ड निकलवाई है, जिससे कई नंबर मिले हैं, जो आगे की जांच में मदद करेंगे।
गिरोह की प्रमुख बातें
विषय विवरण कुल शादियां - 25 हर शादी की फीस - 50,000 रुपए गिरोह के सदस्य - गोलू, मजबूत सिंह यादव, रोशनी, रघुवीर, सुनीता मुख्य शहर - भोपाल, सवाई माधोपुर शिकार हुए - कम से कम 25 लोग