Ghoomar Dance in Nikah : मध्य प्रदेश के हरदा जिले में एक पिता ने अपने बेटे की शादी के अरमान पूरे करते हुए शादी में घूमर डांस करवाया तो सामज ने लोगों ने उस पर पूरे एक लाख का जुर्माना का लगाकर लगाते हुए समाज से बेदखल कर दिया है। इसके साथ ही आए दिन जुर्माने की रकम वसूलने के लिए घर आकर धमकाते रहते है। इस मामले की शिकायत पीड़ित ने पुलिस थाने में की है।
समाज के बड़े लोगों ने बुला ली मीटिंग
हरदा में मुस्लिम परिवार में एक पिता ने अपने बेटे की लौटती बारात की पार्टी में राजस्थान से घूमर डांस करने वालों को बुलाया। शादी में सभी लोगों ने एन्जॉय किया लेकिन शादी से जाने के बाद समाज के बड़े लोगों को ये जश्न रास नहीं आया। बड़े लोगों ने सामाजिक मीटिंग बुलाई जिसमें 200 से अधिक जगहों के लोग शामिल हुए। उस मीटिंग में सभी लोगों ने तय कर हरदा में पीड़ित परिवार को समाज से 11 महीने के लिए बेदखल कर दिया साथ ही एक लाख रुपए का जुर्माना लगा दिया। पीड़ित परिवार सिटी कोतवाली पुलिस के सामने गुहार लगा चुका है। सोमवार को एसपी अभिनय चौकसे से मुलाकात कर अपनी पीड़ा बताई। कलेक्टर को आवेदन देकर न्याय की मांग की। हालांकि, समाज की कमेटी ने इन आरोपों को झूठा बताया है।
हमारे समाज ये प्रतिबंधित
समाज से बेदखल करने वाले लोगों ने कहा कि उन्होंने बेटे की शादी में डीजे बजवाया, राजस्थान से लड़कियों को बुलाकर डांस करवाया। यह सब हमारे समाज में प्रतिबंधित है। इसके बाद भी उन्हें समाज ने बाहर नहीं किया है, सिर्फ जाजम के खाने से बाहर किया है। उन्हें कोई अपनी दावत में नहीं बुला रहा है।
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ये है मामला
छीपानेर रोड पर रहने वाले पीड़ित मो. रशीद मूलतः हरदा से 5 किलोमीटर दूर अबगांवखुर्द के रहने वाले हैं। 20 साल से पहले वे परिवार समेत हरदा आए और यहीं बस गए। यहां वे लकड़ी कटाई का काम करते हैं और साधारण परिवार से ताल्लुक रखते हैं। बेटे मोहीन का निकाह 28 जनवरी को चांदनी से देवास जिले की खातेगांव तहसील के संदलपुर में आयोजित सामाजिक सम्मेलन से किया था। बेटे की शादी के बड़े अरमान थे, इसलिए दो दिन बाद घर पर ही दावत रखी, जिसमें समाज और परिचितों को आमंत्रित किया। करीब 3500 लोग दावत में शामिल हुए थे। आयोजन में राजस्थान की घूमर डांस करने वाली टोली को बुलवाया। एक साधारण परिवार द्वारा ऐसा आयोजन, समाज के बड़े घरानों को रास नहीं आया। उन्होंने 20 फरवरी को संदलपुर में समाज की मीटिंग बुलवाई।
हमारा कसूर क्या है...
पीड़ित ने बताया कि समाज के उप सदर ने माइक से मीटिंग में परिवार के 11 महीने के बेदखली का ऐलान कर दिया। हमें बिना कुछ बताए वहां पर हम चारों भाइयों को समाज से बाहर रखने का फरमान सुनाया गया। एक लाख रुपए का जुर्माना भी लगा दिया। हमने यह पूछते हुए विरोध किया कि हमारा कसूर क्या है, उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। विरोध के बावजूद अब तक समाज ने अपना फैसला बरकरार रखा है। पदाधिकारी आए दिन जुर्माने के एक लाख रुपए मांगते हैं।
निकाह में घूमर डांस | हरदा न्यूज़