संजय गुप्ता, INDORE. महू में आंबाचंदन गांव में पटाखा फैक्ट्री ( Mhow Pataka Factory Blast ) में लगी आग में तीन मजूदर बुरी तरह घायल हो गए थे। अब घायलों में से एक युवक की मौत हो गई। वह 90 फीसदी झुलस गया था। दो अन्य की भी हालत गंभीर है। इसमें एक 70 फीसदी और दूसरा भी 90 फीसदी झुलसे हैं। मृतक का नाम रोहित पिता परमानंद निवासी ग्राम दातोदा है।
इस तरह हुई थी घटना
वहीं जानकारी के अनुसार यह घटना मंगलवार दोपहर साढे तीन बजे करीब उस समय हुई, जब एक मजदूर ने पटाखे तौलने के लिए दूसरे मजदूर से बाट मांगा, उसने वह उछालकर दिया, जो दूसरे बाट से टकराया और इससे निकली चिंगारी से बारूद में आग लग गई। वहीं लाइसेंसधारक शाकिर खान के पास 15 किलो का लाइसेंस था, लेकिन मौके पर 300 किलो यानी 20 गुना अधिक पटाखा मौजूद था। इसके चलते बड़ा धमाका हो गया। हालांकि अन्य मानकों जैसे आबादी से दूर, अग्निशमक यंत्र होने आदि के पालन से बड़ा हादसा बच गया।
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मजिस्ट्रियल जांच के आदेश, पीएस होम भी भेज रहे टीम
मामले में कलेक्टर आशीष सिंह ने तत्काल मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं। चार बिंदुओं पर यह जांच हो रही है, जिसमें घटना के लिए कौन दोषी है सहित अन्य तथ्यों पर 15 दिन में जांच होगी। उधर मप्र शासन की ओर से भी जांच कराई जा रही है। इसके लिए पीएस होम संजय दुबे द्वारा टीम भेजी जा रही है, जो यह देखेगी कि कोई प्रतिबंधित बारूद का तो इस्तेमाल नहीं हो रहा था। जैसे हरदा ब्लास्ट में पाया गया था, यहां प्रतिबंधित बेरियम मिला था।
घटना में यह 3 हुए थे घायल
फैक्टरी शाकिर व्यक्ति की है, यहां सुतली बम बनाए जाते थे। लाइसेंस 31 मार्च तक ही था, लेकिन बताया जा रहा है कि उसने रिन्यू का आवेदन कर रखा था। हरदा घटना के बाद हुई जांच के दौरान इसकी भी फैक्टरी की जांच हुई थी और सभी मानक सही पाए गए थे। घटना के बाद एसडीएम महू सीएस हुड्डा व पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। इसमें रोहित पिता परमानंद निवासी ग्राम दातोदा, अर्जुन पिता नाथू राठौर निवासी महाराष्ट्र और उमेश पिता माणिक चौहान घायल हुए। इसमें रोहित का निधन बुधवार को हो गया।
गांव से 5 किमी दूर है फैक्टरी
एएसपी रुपेश द्विवेदी का कहना है कि आंबा चंदन गांव महू से लगभग 8 Km दूर है। गांव से करीब 5 Km दूर जंगल की तरफ 4 बीघे के खेत में पटाखा फैक्ट्री है। यहां सुतली बम बनाने का काम चल रहा था। प्राथमिक जानकारी में सामने आया है कि फैक्ट्री लाइसेंसी थी।
उधर उषा ठाकुर के तीखे तेवर
उधर हाल ही में विवादों में आई महू विधायक उषा ठाकुर ने इस मामले में अधिकारियों को निशाने पर लिया है। उन्होंने घटना के बाद बयान दिया था कि तहसीलदार, पटवारी, पुलिस सभी मौके पर जाते हैं, सभी की जिम्मेदारी है नजर रखना, लेकिन इन सबके बाद भी इनकी नाक के नीचे यह फैक्टरी चल रह थी। जिम्मेदारों पर भी कार्रवाई होना चाहिए।