अरुण तिवारी, BHOPAL. झाबुआ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (pm narendra modi) की सभा का सीधा असर राहुल गांधी (rahul gandhi) की न्याय यात्रा पर पड़ा है। राहुल गांधी की न्याय यात्रा 5 दिनों तक मध्यप्रदेश में रहेगी। इस दौरान राहुल गांधी आदिवासी वर्ग पर खास फोकस करने वाले हैं। राहुल गांधी अपनी यात्रा में 9 जिलों की 8 विधानसभा सीटों से गुजरने वाले हैं। इन जिलों में आदिवासी जिले भी शामिल हैं। राहुल ने इन जिलों में खासतौर पर आदिवासियों के संवाद का कार्यक्रम भी बनाया है।
मध्यप्रदेश में राहुल गांधी की न्याय यात्रा
राहुल गांधी की न्याय यात्रा मध्यप्रदेश आने वाली है। वे 2 मार्च को मुरैना से प्रवेश करेंगे और 6 मार्च तक प्रदेश में रहेंगे। 6 मार्च को शाम को सैलाना से राजस्थान चले जाएंगे। राहुल गांधी की न्याय यात्रा 9 जिलों की 8 लोकसभा सीटों से होकर गुजरेगी। इन 9 जिलों में मुरैना, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, राजगढ़, उज्जैन, शाजापुर, धार और रतलाम जिले शामिल हैं। इन 9 जिलों में 8 लोकसभा सीटें आ रही हैं। इनमें मुरैना, ग्वालियर, गुना-शिवपुरी, राजगढ़, उज्जैन, शाजापुर-देवास, धार और रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीटें हैं। कांग्रेस इस यात्रा के दौरान किसान, आदिवासी, महिला सम्मान और अपराध के मामले उठाने वाली है।
9 जिलों की 8 विधानसभा सीटों से गुजरेंगे राहुल
- 2 मार्च को न्याय यात्रा का प्रदेश में प्रवेश
- 6 मार्च तक प्रदेश में रहेगी न्याय यात्रा
- 6 मार्च को शाम को सैलाना से राजस्थान में प्रवेश करेगी यात्रा
- 9 जिले की 8 लोकसभा सीटों पर होगी यात्रा
- जिले - मुरैना, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, राजगढ़, उज्जैन, शाजापुर, धार और रतलाम।
- लोकसभा सीट - मुरैना, ग्वालियर, गुना-शिवपुरी, राजगढ़, उज्जैन, शाजापुर-देवास, धार और रतलाम-झाबुआ
आदिवासियों पर फोकस
राहुल गांधी का आदिवासियों पर खास फोकस है। वे शिवपुरी में आदिवासियों से संवाद करेंगे। बदनावर में आदिवासी सभा करेंगे। इसके अलावा रोड शो और जनसभाओं के जरिए आदिवासी और किसानों के मुद्दे उठाएंगे। मुरैना में सभा, ग्वालियर में रोड शो, शिवपुरी में आदिवासी संवाद और जनसभा, गुना में जनसभा, राघौगढ़ में जनसभा, ब्यावरा, राजगढ़ में जनसभा, उज्जैन में रोड शो और बदनावर में आदिवासी सभा करेंगे। वे भगवान महाकाल की पूजा अर्चना भी करेंगे। राहुल की न्याय यात्रा के रूट में 54 विधानसभा सीटें आती हैं। 2023 के विधानसभा चुनाव के हिसाब से मुरैना, ग्वालियर और रतलाम सीट पर कांग्रेस मुकाबले में नजर आती है। यहां की 24 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस ने 11 सीटें जीती हैं। यही कारण है कि राहुल की न्याय यात्रा इन सीटों से होकर गुजर रही है। कांग्रेस को यहां पर जीत की उम्मीद नजर आती है। आदिवासी जिलों में रतलाम, झाबुआ, धार से होकर ये यात्रा गुजरेगी।
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किसका फायदा और किसका नुकसान ?
विधानसभा चुनाव के पहले राहुल की भारत जोड़ो यात्रा भी मध्यप्रदेश से गुजरी थी, लेकिन उसका असर चुनाव में नजर नहीं आया। बीजेपी कहती है कि राहुल की यात्रा उनके लिए फायदे का सौदा है क्योंकि जहां राहुल गांधी आते हैं, वहां पर बीजेपी को जीत मिलती है। इस न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी लोकसभा चुनाव का माहौल भी खड़ा करना चाहते हैं। यही कारण है कि वे कुछ चुनावी वादे भी करके जाएंगे। खासतौर पर किसान आंदोलन को देखते हुए वे MSP का वादा कर सकते हैं। किसान आंदोलन का फायदा उठाने के लिए कांग्रेस भी ब्लॉक से लेकर जिले तक आंदोलन करने जा रही है।