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हाल ही में, देश में ट्रेडिंग के नाम पर एक बड़े ठगी के जाल का पर्दाफाश हुआ है। मध्यप्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के जरिए की गई जांच से पता चला है कि ट्रेडिंग के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह ने 3000 करोड़ रुपए तक का लेन-देन किया है। इस खबर में हम आपको इस धोखाधड़ी के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे, जिनमें नई फर्जी वेबसाइट्स और सोशल मीडिया चैनल्स के माध्यम से लोगों को लूटा जा रहा है।
धोखाधड़ी के तरीके
यह ठगी मुख्य रूप से फर्जी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स के जरिए की जा रही थी। इन प्लेटफॉर्म्स पर एआई-आधारित (AI-based) सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके निवेश और मुनाफे की फर्जी जानकारी दी जाती थी। इन प्लेटफॉर्म्स का नाम कुछ इस प्रकार था- YORKER FX, YORKER CAPITAL, और BOT BRO। इन वेबसाइट्स ने लोगों को विश्वास दिलाया कि उनका निवेश सुरक्षित है, जबकि वास्तव में यह पूरी तरह से धोखाधड़ी थी।
एसटीएफ ने बताया कि अब इन वेबसाइट्स के बंद होने के बाद भी ठगों ने नए फर्जी वेबसाइट्स और सोशल मीडिया चैनल्स के जरिए लोगों को धोखा देना शुरू कर दिया है। इससे साबित होता है कि यह गिरोह बहुत चालाक है और अपने कदमों को छुपाने के लिए हमेशा नए तरीके ढूंढता रहता है।
ट्रेडिंग के नाम पर नए लिंक्स से ठगी मामले पर एक नजर...
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ठगी की राशि 3000 करोड़ तक पहुंची
अब तक की गई ठगी का कुल आंकड़ा 3000 करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है। यह रकम 120 से अधिक बैंक खातों के माध्यम से ट्रांसफर की गई थी। इनमें से 262 ट्रांजेक्शन ऐसे थे जिन्हें गृह मंत्रालय ने ब्लॉक कर दिया था। इन ट्रांजेक्शनों में लगभग 68 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की पुष्टि हुई है। वहीं STF ने 182 करोड़ रुपए को फ्रीज कर दिया है।
दुबई में छिपा है गिरोह का मास्टरमाइंड
मध्यप्रदेश एसटीएफ ने इस गिरोह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है और दिल्ली से दो ठगों को गिरफ्तार किया। इसके बाद, एसटीएफ ने विभिन्न राज्यों में सात केस दर्ज किए हैं। इनमें उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, और असम शामिल हैं। असम में एक ही केस में लगभग 200 करोड़ रुपए की ठगी की गई है। गिरोह के मास्टरमाइंड के बारे में जानकारी मिली है कि वह दुबई में छिपा हुआ है, और उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया जाएगा।
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सोशल मीडिया और फर्जी वेबसाइट्स से बचाव
एसटीएफ की अपील है कि लोग इन नए फर्जी वेबसाइट्स और सोशल मीडिया चैनल्स से बचें। ये प्लेटफॉर्म्स लोगों को झांसा देकर उनकी मेहनत की कमाई लूट रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, और टेलीग्राम पर कई ऐसे समूह बन चुके हैं जो निवेशकों को आकर्षित करने के लिए धोखाधड़ी कर रहे हैं। इन प्लेटफॉर्म्स को न खोलने की सलाह दी जाती है।
फर्जी वेबसाइट्स की पहचान कैसे करें
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उच्च रिटर्न का वादा: यदि कोई वेबसाइट आपको असामान्य रूप से उच्च रिटर्न का वादा करती है, तो यह संदेहास्पद हो सकता है।
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सुरक्षा प्रमाणपत्र: हमेशा वेबसाइट की सुरक्षा जांचें। यदि वेबसाइट HTTPS नहीं है, तो वह सुरक्षित नहीं हो सकती।
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समीक्षाएं और रिपोर्ट: इंटरनेट पर वेबसाइट की समीक्षाएं जांचें और यह सुनिश्चित करें कि कोई अन्य व्यक्ति उस वेबसाइट का अनुभव साझा कर रहा है या नहीं।
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कानूनी प्रमाण: यह भी ध्यान दें कि वेबसाइट पर कोई कानूनी प्रमाण पत्र या लाइसेंस होना चाहिए।
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