मध्यप्रदेश में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) 2025 का पहला दिन जबरपुर में ऑटोमोबाइल और रक्षा तकनीक के बेहतरीन प्रदर्शन का गवाह बना। इस आयोजन में लैंबोर्गिनी, पोर्शे, फरारी जैसी सुपरकार्स और कावासाकी निन्जा, सुजुकी हायाबूसा जैसी सुपरबाइक्स का जलवा देखने को मिला। वहीं, जबलपुर में निर्मित माइंस प्रोटेक्टिव व्हीकल (MPV) ने सबसे अधिक ध्यान आकर्षित किया, जो भारतीय सेना को नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा देने में कारगर होगा। इसके अलावा, इलेक्ट्रिक एंबुलेंस और रेलवे इंजन में उपयोग होने वाले उपकरणों का भी प्रदर्शन किया गया।
GIS में सुपरकार्स और सुपरबाइक्स का जलवा
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के मोबिलिटी एक्सपो में दुनियाभर की नामी कंपनियों की सुपरकार्स और सुपरबाइक्स को प्रदर्शित किया गया। इनमें लैंबोर्गिनी, पोर्शे, फरारी जैसी हाई-एंड सुपरकार्स और कावासाकी निन्जा H2R, ZX-10R, Z900, सुजुकी हायाबूसा और होंडा CBR1000RR-R जैसी सुपरबाइक्स शामिल थीं। इन गाड़ियों को देखने के लिए इन्वेस्टर्स और डेलीगेट्स की भीड़ उमड़ पड़ी।
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जबलपुर में बना माइंस प्रोटेक्टिव व्हीकल बना आकर्षण का केंद्र
इस समिट में भारतीय सेना के लिए जबलपुर में निर्मित माइंस प्रोटेक्टिव व्हीकल (MPV) को भी प्रदर्शित किया गया। यह वाहन आतंकवाद और नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों को विस्फोटक हमलों से बचाने के लिए डिजाइन किया गया है। जंगलों में होने वाले IED धमाकों और अन्य घातक हमलों के प्रभाव को कम करने के लिए इसे विशेष रूप से तैयार किया गया है।
इलेक्ट्रिक एंबुलेंस और रेलवे मोटर्स का प्रदर्शन
मोबिलिटी एक्सपो में इलेक्ट्रिक वाहनों की भी शानदार प्रदर्शनी हुई। इसमें आयशर कंपनी की इलेक्ट्रिक एंबुलेंस के तीन मॉडल दिखाए गए, जिसमें एक ‘हॉस्पिटल ऑन व्हील्स’ भी शामिल था। साथ ही, ट्रेनों में उपयोग होने वाली मोटर्स और लोकोमोटिव इक्विपमेंट को भी प्रदर्शित किया गया।
'मेक इन इंडिया' को बढ़ावा देने वाला आयोजन
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में भारत की ताकत को दर्शाया गया। MPV और इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ-साथ रेलवे इंजन में उपयोग होने वाले इक्विपमेंट भी भारतीय तकनीक की मजबूती को दर्शाते हैं। इस आयोजन का उद्देश्य देश में ऑटोमोबाइल और रक्षा क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देना है।
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मध्यप्रदेश बना ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का नया हब
मध्यप्रदेश तेजी से ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रिक वाहन उत्पादन का प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है। पूरे राज्य में 30 से अधिक इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स टिकाऊ और इनोवेटिव ऑटोमोबाइल प्रोडक्ट्स पर काम कर रहे हैं। कृषि उपकरणों और कॉमर्शियल व्हीकल्स के निर्माण में भी राज्य अग्रणी बन रहा है।