संजय गुप्ता. INDORE. पटवारी भर्ती परीक्षा( Patwari Recruitment Exam ) की जांच रिपोर्ट 30 जनवरी को हाईकोर्ट के रिटायर जस्टिस राजेंद्र वर्मा ने सौंप(Patwari Recruitment Exam Investigation Report ) दी थी। मात्र 74 पन्ने की इस रिपोर्ट में पटवारी भर्ती परीक्षा को क्लीन चिट थी लेकिन रिपोर्ट पर जीएडी (सामान्य प्रशासन विभाग) 14 दिन से विचार ही कर रहा है। प्रमुख सचिव जीएडी मनीष रस्तोगी ने द सूत्र को यह जानकारी दी कि पटवारी जांच रिपोर्ट मामला अभी प्रक्रियाधीन है। जब तक जीएडी इस मामले में पूरा मार्गदर्शन और हरी झंडी के साथ पत्र कर्मचारी चयन मंडल (ईएसबी) को नहीं देता है, तब तक पटवारियों की भर्ती को लेकर स्थिति साफ नहीं होगी। आठ हजार से ज्यादा पटवारी आठ महीने से इस नियुक्ति के इंतजार में हैं। उधर ईएसबी ने भी द सूत्र को साफ किया है कि उन्हें अभी तक जीएडी से पत्र नहीं मिला है, इस मामले मे जीएडी ही आगे की प्रक्रिया तय करेगा। कुल 9.78 लाख उम्मीदवारों ने यह परीक्षा दी थी।
ये खबर भी पढ़िए....SC- ब्रेकअप के बाद आत्महत्या की तो उकसाने के लिए प्रेमी दोषी नहीं...
जीएडी को इन बातों पर करना है स्थिति साफ
1- पटवारी जांच रिपोर्ट पर फैसला लेना है कि इसे मान्य करना है या नहीं। वैसे अब रिपोर्ट मानने का कोई मुद्दा नहीं बचा, लेकिन इस रिपोर्ट को किस तरह लेना है, क्या जो विवादित सेंटर थे खासकर ग्वालियर का एनआरआई सेंटर उसे लेकर कोई फैसला तो नहीं लेना है। या रिपोर्ट में जो अन्य प्वाइंट उठे, उन पर कोई फैसला लेने की जरूरत है कि नहीं। इस पर पूरा विचार होगा।
2- रिपोर्ट को मान्य करने के बाद यह मुद्दा आएगा कि पटवारियों के रिजल्ट को किस तरह लें, रिजल्ट जारी हो चुका है, लेकिन यह ओबीसी के 27 फीसदी आरक्षण के साथ पूरे सभी सौ फीसदी पदों पर था। अगस्त में हाईकोर्ट से रोक लगने के बाद अब जीएडी ने 87-13 फीसदी फार्मूले से रिजल्ट जारी करने की मंजूरी दी है और 31 जनवरी से ईएसबी द्वारा अभी तक जारी दो परीक्षाओं के रिजल्ट इसी फार्मूले से 87 फीसदी पदों के जारी हुए हैं। साथ ही 13 फीसदी पदों के रिजल्ट प्रोवीजनल में डालकर उन्हें होल्ड कर लिया गया है।
3- यदि रिजल्ट 87 फीसदी से जारी करने का फैसला होता है तो फिर ईएसबी को नए सिरे से रिजल्ट बनाकर जारी करना होगा और फिर 13 फीसदी पद होल्ड हो जाएंगे और बाकी को ही नियुक्ति मिलेगी।
ये खबर भी पढ़िए....लाड़ली बहना को फिलहाल नहीं मिलेंगे 1500 रु., इतने से ही चलाना होगा काम
पटवारी जांच रिपोर्ट में थी क्लीन चिट
पटवारी रिजल्ट पर विवाद के बाद तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यह जांच कमेटी बनाई, पहले समयसीमा 31 अगस्त थी लेकिन फिर यह बढ़ते गई, अंत में 30 जनवरी 2024 को रिपोर्ट पेश हुई। 74 पन्ने की इस रिपोर्ट में परीक्षा को क्लीन चिट दी गई और कहा गया कि कोई घोटाला नहीं हुआ।
- कमेटी का साफ कहना है कि जो भी टॉपर्स है उन्होंने अलग-अलग समय दस्तावेज भरे, परीक्षा दी, ऐसे में यह संदेह नहीं किया जा सकता है कि किसी गड़बड़ी से वह टॉपर्स बने
- एक ही सेंटर से 114 चयन होने पर भी शंका नहीं की जा सकती, क्योंकि उम्मीदवार लाखों में थे और कई सेंटर से 200-200 भी चयन हुए हैं।
- एक ही सेंटर से टॉपर अधिक आने से पूरी परीक्षा पर संशय नहीं कर सकते
- जो दिव्यांग है उनके दस्तावेज सही या गलत, यह तो नियुक्ति के समय दस्तावेज सत्यापन से ही पता चलेगा, इसलिए इस पर शक नहीं कर सकते
87-13 फीसदी फार्मूले के बाद भी कछुआ रफ्तार से रिजल्ट दे रहा ईएसबी
कर्मचारी चयन मंडल (ईएसबी) द्वारा ली गई 36985 पदों में से 87 फीसदी पदों के रूके हुए रिजल्ट जारी होना है। इन परीक्षाओं में 15 लाख से ज्यादा उम्मीदवार शामिल हुए थे। द सूत्र द्वारा लगातार मुद्दा उठाए जाने के बाद 87 फीसदी फार्मूले पर सहमति बनी और फिर पहला रिजल्ट 31 जनवरी को निकला और अब दूसरा रिजल्ट 12 फरवरी को जारी हुआ। लेकिन अभी भी कई परीक्षाओं के रिजल्ट अटके हुए हैं। सीएम डॉ. मोहन यादव भी गणतंत्र दिवस पर कह चुके हैं कि जल्द 28 हजार पदों के रिजल्ट जारी कर भर्ती की जाएगी।
ये खबर भी पढ़िए...क्या इस बार राज्यसभा के लिए मध्य प्रदेश से जाएंगी सोनिया गांधी?
अभी भी इन परीक्षाओं के रिजल्ट आना बाकी
ग्रुप 4- 3047 पद- जुलाई में परीक्षा- रिजल्ट नहीं
एचएसटीएसटी (वर्ग1 )- 8720 पद- अगस्त में परीक्षा- रिजल्ट नहीं
पुलिस कांस्टेबल- 7090 पद- रिजल्ट नहीं